देहरादून,15 जुलाई (आईएएनएस)। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मालन नदी पर बने पुल के ढह जाने को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि मालन नदी पर वर्ष 2010 में लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार पुल 13 वर्षों में टूट गया। जिससे हल्दुखाला, कोटद्वार के प्रसन्न मोहन डबराल (38) की मृत्यु हो गयी और दो अन्य घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि नदियों में अनिंयत्रित खनन के कारण पुल ध्वस्त हो गया। पुल कोटद्वार और भाबर को आपस में जोड़ता था। पुल के ध्वस्त होने से सिगडी, झण्डीचौड़, कालालघाटी एवं कण्व आश्रम में रह रहे हजारों परिवारों का कोटद्वार प्रशासनिक मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। औद्योगिक क्षेत्र को भी भारी हानि उठानी पड़ सकती है। क्योंकि, इस क्षेत्र की लाइफ-लाइन मालन पुल था।
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री धामी से आग्रह किया कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के हजारों निवासियों सहित औद्योगिक क्षेत्र पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए संबंधित विभागों की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी करवाई की जाए।
उन्होंने कोटद्वार के कलालघाटी-मवाकोट मार्ग के मध्य मालन नदी पर 300 मीटर स्पॉन डबल लेन आरसीसी सेतु निर्माण कराने की बात कही। साथ ही कुंभी चौड़ स्थित बंद पड़े झूला पुल को भी ध्वस्त करने को कहा। मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष की सभी मांगों को माना और पुल गिरने की जांच विजिलेंस से कराने की बात कही।
–आईएएनएस
स्मिता/एबीएम
देहरादून,15 जुलाई (आईएएनएस)। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मालन नदी पर बने पुल के ढह जाने को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि मालन नदी पर वर्ष 2010 में लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार पुल 13 वर्षों में टूट गया। जिससे हल्दुखाला, कोटद्वार के प्रसन्न मोहन डबराल (38) की मृत्यु हो गयी और दो अन्य घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि नदियों में अनिंयत्रित खनन के कारण पुल ध्वस्त हो गया। पुल कोटद्वार और भाबर को आपस में जोड़ता था। पुल के ध्वस्त होने से सिगडी, झण्डीचौड़, कालालघाटी एवं कण्व आश्रम में रह रहे हजारों परिवारों का कोटद्वार प्रशासनिक मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। औद्योगिक क्षेत्र को भी भारी हानि उठानी पड़ सकती है। क्योंकि, इस क्षेत्र की लाइफ-लाइन मालन पुल था।
इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री धामी से आग्रह किया कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के हजारों निवासियों सहित औद्योगिक क्षेत्र पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए संबंधित विभागों की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी करवाई की जाए।
उन्होंने कोटद्वार के कलालघाटी-मवाकोट मार्ग के मध्य मालन नदी पर 300 मीटर स्पॉन डबल लेन आरसीसी सेतु निर्माण कराने की बात कही। साथ ही कुंभी चौड़ स्थित बंद पड़े झूला पुल को भी ध्वस्त करने को कहा। मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष की सभी मांगों को माना और पुल गिरने की जांच विजिलेंस से कराने की बात कही।
–आईएएनएस
स्मिता/एबीएम