कोलकाता, 23 सितंबर (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में डीएम कार्यालय में हुई बैठक में बाढ़ प्रभावित लोगों तक समय पर राहत सामग्री पहुंचाने के संबंध में चर्चा हुई। मुख्यमंत्री के अलावा बैठक में राज्य के मंत्री अरूप विश्वास, मलय घटक, स्वपन देवनाथ, प्रदीप मजूमदार, सिद्दीकुल्ला चौधरी समेत सांसद कीर्ति आजाद और विधायक भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बैठक संपन्न होने के बाद अपने बयान में कहा, “बारिश से प्रभावित हुए किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। बारिश की वजह से बड़ी संख्या में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है, जिससे किसानों को व्यापक स्तर पर दुश्वारियां हो रही हैं। उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। किसान इससे चिंतित हैं। हमारी सरकार ने किसानों के हितों का विशेष ख्याल रखते हुए आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है, ताकि उनकी हितों पर कोई आंच ना आ सके।”
उन्होंने आगे कहा, “बाढ़ की चपेट में आकर जिन लोगों के घर गिरे हैं, उनकी जमीन की पैमाइश कर उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा। इस दिशा में अधिकारियों को काम पर लगा दिया गया है।”
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “जहां एक तरफ दामोदर वैली कॉरपोरेशन ने पानी छोड़ दिया है। वहीं दूसरी तरफ लगातार मुसलाधार बारिश हो रही है। इससे प्रदेश में चिंताजनक हालात बन गए हैं।”
उन्होंने बताया, “बाढ़ की चपेट में आने से हुए नुकसान की भरपाई कैसे की जाए, इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर योजना तैयार की गई है, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारा जाएगा। इसके अलावा, पुनर्निर्माण के कार्य में भी तेजी लाई जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “राज्य में बाढ़ की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद डीवीसी की ओर से पानी छोड़ा जा रहा है। केंद्र का इस पर कोई ध्यान नहीं है। अगर चुनाव में खर्च होने वाले वाले रकम का एक फीसद भी अगर यहां किया जाए, तो आज ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिलेगी।”
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया था। उन्होंने बाढ़ प्रभावित किसानों से मुलाकात कर उन्हें हर प्रकार की आर्थिक सहायता देने का भी आश्वासन दिया था।
–आईएएनएस
एसएचके/सीबीटी