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Home ताज़ा समाचार

मुजफ्फरनगर मामले में सियासत तेज, अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

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August 26, 2023
in ताज़ा समाचार
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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

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मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

विकेटी

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

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उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

विकेटी

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

–आईएएनएस

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मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 26 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में बच्चे की पिटाई का वीड‍ियो वायरल होने के बाद इस मामले में स‍ियासत शुरू हो गई है। हालांकि, इस मामले पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि खुब्बापुर गांव स्थित स्कूल की अध्यापिका द्वारा एक छात्र के होमवर्क न करने पर उसे कक्षा के अन्य छात्रों से पिटवाने और उसके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छात्र के पिता ने तहरीर दी है।

मंसूरपुर पुलिस द्वारा 323, 504 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं, शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अपना वीडियो बयान जारी करते हुए सफाई दी है। उन्होंने कहा, मेरा इरादा किसी की धार्मिक और सामाजिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। वीडियो छेड़छाड़ के बाद प्रसारित किया गया है। वह दिव्यांग हैं, बच्चों को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाया था। मेरी गलती है कि छात्र को उसके सहपाठियों से नहीं पिटवाना चाहिए था। वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया गया है। मैंने जो बात कही थी वो सब काट दी गई।

वीडियो वायरल करने वाले नदीम ने बताया कि मैं किसी काम से विद्यालय गया था। वहां पर देखा कि कुछ स्कूल के बच्चे एक-दूसरे छात्र को पीट रहे थे और मैडम ने कहा था कि यह जो मुस्लिम महिलाएं मायके चली जाती हैं, इनके बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं देते। मेरे वीडियो को कांट-छांट कर किसी ने आगे बढ़ा दी है।

वहीं इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले की उस शिक्षिका को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की, जिसने अपने छात्रों को अल्पसंख्यक समुदाय के एक छात्र को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के लिए कहा था।

सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कथित वीडियो को सपा ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए यह मांग उठाई, जिसे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने पुन: पोस्‍ट किया। ‘एक्‍स’ पर सपा ने भाजपा और आरएसएस निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस की नफरती राजनीति, देश को यहां ले आई! मुजफ्फरनगर में एक अध्यापिका अल्पसंख्यक समाज के बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवा रही। मासूमों के मन में जहर घोलने वाली शिक्षिका को तुरंत बर्खास्त किया जाए। उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।”

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मामले को लेकर ‘एक्‍स’ पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “ज्ञान के मंदिर में एक बच्चे के प्रति घृणा भाव ने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। शिक्षक वो माली है, जो प्राथमिक संस्कारों में ज्ञान रूपी खाद डालकर व्यक्तित्व ही नहीं, राष्ट्र भी गढ़ता है। इसलिए दूषित राजनीति से परे एक शिक्षक से उम्मीदें कहीं अधिक हैं। देश के भविष्य का सवाल है।”

गौरतलब हो कि छात्र की पिटाई का कथित वीडियो मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्‍बापुर स्थित गांव के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है।

आरोप है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की शुक्रवार को उसकी कक्षा के अन्य छात्रों ने पिटाई कर दी और अध्यापिका के निर्देश पर उसे एक के बाद एक थप्पड़ मारे।

यह भी आरोप है कि वीडियो में एक समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।

मुजफ्फरनगर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शुभम शुक्ला ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें शिक्षिका तृप्ति त्यागी के निर्देश पर विशेष समुदाय के लड़के को दूसरे समुदाय के सहपाठियों ने पीटा।

शुक्ला ने स्पष्ट किया कि जांच टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि आधिकारिक टीम जांच के लिए मौके पर गई है। वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी रविशंकर ने शुक्रवार को बताया था कि वीडियो की जांच से प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि होमवर्क पूरा न करने पर छात्र की पिटाई की गई थी और इसमें कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं कही गई है।

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