अगरतला/शिलांग, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने आईएएनएस से इंटरव्यू के दौरान बताया कि, मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के नेतृत्व वाली एमडीए सरकार पर लगे आरोपों और राज्य में कांग्रेस के लगभग निष्क्रिय होने के कारण तृणमूल कांग्रेस अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव के बाद मेघालय में सरकार बनाएगी।
तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद देव ने दावा किया कि एमडीए (मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस) सरकार ने मेघालय के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है, और कांग्रेस, जो कभी मुख्य विपक्षी पार्टी थी, अब पहाड़ी राज्य में अस्तित्वहीन है।
देव ने आईएएनएस को बताया- तृणमूल कांग्रेस मुख्य विपक्ष है, और मेघालय में एकमात्र विश्वसनीय पार्टी है। इसे पहले ही राज्य के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व समर्थन मिल चुका है..लोग पार्टी को सत्ता में लाने के लिए उत्साहित हैं। हमारे आंतरिक सर्वेक्षण ने पुष्टि की कि तृणमूल कांग्रेस राज्य में सरकार बनाएगी।
उन्होंने दावा किया कि मेघालय में कांग्रेस पूरी तरह से निष्क्रिय है। पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा (2010-2018) के बाद तृणमूल कांग्रेस मेघालय में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई, साथ ही 11 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और अधिकांश तृणमूल में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नागालैंड विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन त्रिपुरा की 60 सीटों में से अधिकांश पर उम्मीदवार उतारेगी।
अगस्त 2021 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुईं देव ने कहा, नागालैंड में राजनीतिक परि²श्य त्रिपुरा और मेघालय से अलग है। हमारा संगठनात्मक आधार त्रिपुरा और मेघालय दोनों में मजबूत हो गया है और फरवरी के विधानसभा चुनावों से पहले इसे और मजबूत किया जाएगा। देव ने आगे कहा कि पार्टी के पास नागालैंड में कोई बड़ा नेता नहीं है।
उन्होंने पूर्व शाही वंशज प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन की अध्यक्षता वाले तिपरा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन (टीआईपीआरए) के साथ पार्टी के संभावित गठबंधन के बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा- हम इस समय किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन के बारे में खुलासा नहीं कर सकते हैं। अगर कांग्रेस और सीपीआई-एम गठबंधन करते हैं, तो कांग्रेस रैंक और फाइल के बीच और गिरावट आएगी। कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता कांग्रेस-सीपीआई-एम गठबंधन को स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वाम कार्यकर्ताओं ने पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया था।
तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस और वाम गठजोड़ पश्चिम बंगाल में काम नहीं आया और गठबंधन को लेकर गुटबाजी है। यह दावा करते हुए कि लोग भाजपा को वोट नहीं देंगे, देव ने कहा, इसलिए तृणमूल कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है जो त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बना सकती है। देव ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा, विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं और समर्थकों के खिलाफ अत्याचार और आतंक के अलावा, भाजपा ने कुछ नहीं किया। लोगों को यह भी एहसास हो गया है कि उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले झूठे वादे किए थे।
उन्होंने कहा, अगर तृणमूल कांग्रेस सरकार बनाने में विफल रहती है, तो माकपा और कांग्रेस भी सरकार नहीं बना पाएंगी.. और उस स्थिति में, भाजपा सत्ता में लौट आएगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में उनकी पार्टी इतनी मजबूत नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव ने कहा कि भाजपा के पास बहुत पैसा है, लेकिन त्रिपुरा और अन्य जगहों पर उनके अत्यधिक कुशासन के कारण जनता का समर्थन नहीं है।
उन्होंने कहा, पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के अनुसार, उम्मीदवारों के चयन में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि जीतने की क्षमता पहला मानदंड होगा।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम