नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। इंग्लिश टीम के कप्तान बेन स्टोक्स, जो वर्तमान में हैमस्ट्रिंग की चोट से उबर रहे हैं, खेल से दूर होकर काफी परेशान हैं। चोटिल होने के कारण श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से बाहर होने पर स्टोक्स ने कहा कि उनके लिए रिकवरी की राह पर सबसे कठिन काम समय बिताने की कोशिश करना और बोरियत से बचना है।
स्टोक्स को चोटिल होने के कारण 13 अगस्त को आगामी सीरीज से बाहर कर दिया गया था। स्कैन में पता चला कि मैनचेस्टर ओरिजिनल्स के खिलाफ़ द हंड्रेड गेम में नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स के लिए एक तेज़ सिंगल पूरा करते समय उनकी बाईं हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई थी। इस दौरान उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा था और टीम डगआउट में बैसाखी के सहारे चलते नजर आए।
ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच पहले टेस्ट से पहले स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पर स्टोक्स ने कहा, “मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं। जाहिर है कि पिछले दिनों की तुलना में अब बेहतर हूं। अभी रिकवरी का शुरुआती चरण है, लेकिन जिम जाकर थोड़ा वर्कआउट करना अच्छा है।”
“मुझे लगता है कि मेरे लिए सबसे कठिन काम अपने समय को भरने की कोशिश करना और बहुत अधिक बोरियत महसूस न करना है। अभी भी आसपास रहना और इसमें शामिल होना बहुत अच्छा है।”
उनकी अनुपस्थिति में दाएं हाथ के बल्लेबाज ओली पोप टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की कप्तानी करने वाले 82वें खिलाड़ी बन गए हैं। स्टोक्स ने कहा कि पोप मौजूदा टेस्ट टीम में भी वही भावनाएं लेकर आएंगे, हालांकि उनका व्यक्तित्व अलग होगा।
उन्होंने कहा, “मैं उसके लिए बहुत उत्साहित हूं। उसे उप-कप्तान नियुक्त करने का एक कारण भी था। मुझे लगता है कि उसे खेल की बहुत अच्छी समझ है और योजनाओं के मामले में हम दोनों एक जैसे हैं। मैंने हमेशा पाया है कि जब वह मेरे पास आता था, तो यह बात मेरे दिमाग में पहले से ही होती थी।
“कप्तान के तौर पर वह स्पष्ट पसंद थे और मुझे लगता है कि वह तीसरे नंबर की भूमिका में बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं और अब उन्हें उप-कप्तानी देने से वह एक लीडर के तौर पर दूसरे स्तर पर पहुंच गए हैं। मेरा संदेश था कि ‘जाओ और अपने तरीके से करो, जिस तरह से तुम्हें ठीक लगे’।”
–आईएएनएस
एएमजे/आरआर