मुंबई, 10 सितंबर (आईएएनएस)। जोधा अकबर’, ‘तारा फ्रॉम सतारा’ और ‘अली बाबा: दास्तान-ए-काबुल’ जैसे टीवी शो से पहचान बनाने वाले अभिनेता शीजान खान ने बताया कि अपने करियर की शुरूआत में उन्हें कुछ नहीं पता था। उन्होंने अपनी अभिनय यात्रा के दौरान ही सब सीखा।
अभिनेता ने कहा, ”मेरे परिवार ने भी पहले मुझसे कहा था कि यह मुश्किल हो सकता है। मैं समझ गया कि किसी को समझाने से पहले मुझे खुद को यह समझाना होगा कि यह मेरे लिए कोई आसान काम नहीं है। अगर मुझमें लड़ने की जरा भी भावना है, तो मैं इसमें उतरूंगा, और पीछे नहीं हटूंगा।”
शीजान ने कहा, “मैं यह भी जानता था कि ‘कुछ तो लोग बोलेंगे’ कि मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता। मैं वास्तव में एक बात में विश्वास करता हूं कि आप भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं। भगवान ने आपके लिए कुछ योजना बनाई है। उनकी योजना आपके लिए बहुत बड़ी है। मैं हमेशा वर्तमान में रहा हूं क्योंकि मुझे इसे जीना पसंद है। मैंने यहां अपने दस साल इस सोच के साथ बिताए हैं कि ”बुरे वक्त में घबराए ना और अच्छे वक्त में पगलाए ना।”
उनके करियर के शुरुआती दौर में सही मौके बहुत मायने रखते थे।
अभिनेता ने कहा, “किस्मत आपके दरवाजे पर एक ही बार दस्तक देती है, उसके बाद चलता है मेहनत का सिक्का, जब मुझे अपना पहला प्रोजेक्ट ‘जोधा अकबर’ मिला, तो मुझे कुछ नहीं पता था और मैंने अपनी यात्रा के दौरान हमेशा सीखा है।”
उन्होंने कहा, “आपको हमेशा अपने आप से एक नवागंतुक के रूप में व्यवहार करना चाहिए। मैं अपना आलोचक भी खुद हूं। मैं हमेशा खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करता हूं, और मेरा मानना है कि सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है।”
अभिनेता का मानना है कि धैर्य जीवित रहने की कुंजी है क्योंकि एक समय ऐसा भी आएगा जब आपके पास काम नहीं होगा।
अभिनेता यह भी बताते हैं कि इतने सालों में उन्होंने क्या-क्या सीखा।
शीजान ने कहा, “सब्र होना बहुत जरूरी है। मेरी मां ने मुझे हमेशा सिखाया है कि कोई भी इसे सबसे आसान तरीके से कर सकता है, लेकिन यह कब तक काम करेगा? मैं जो भी काम करूं वह सम्मान के साथ ही किया जाए। काम करना और पूरी प्रक्रिया के दौरान सिद्धांतों का पालन करना आसान नहीं है।”
उन्होंने कहा, “हर कदम आपका अगला पाठ है, और आपको हमेशा खुद को साबित करना होगा। आप हर किसी से झूठ बोल सकते हैं, लेकिन भगवान और खुद से कभी नहीं।”
–आईएएनएस
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