नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को मतदान करने पहुंचे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना था कि वह तानाशाही, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डाल रहे हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता, बच्चों और पिता के साथ शनिवार दोपहर मतदान करने पहुंचे। हालांकि, स्वास्थ्य खराब होने के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मां मतदान केंद्र नहीं आ सकीं।
मतदान के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैंने अपने पिता, पत्नी और बच्चों के साथ वोट डाला। मेरी माता जी की तबियत बहुत खराब है। वो नहीं आ पाईं। मैंने तानाशाही, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डाला है। आप भी वोट डालने जरूर जाएं।”
उन्होंने कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि वो भी भारी संख्या में आकर तानाशाही, महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ वोट जरूर डालें।”
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे भारत के संविधान को मजबूत करने के लिए मतदान करें। उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र की रक्षा के लिए और तानाशाही के अंत के लिए वोट करने आएं। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा के इन चुनावों में इंडिया गठबंधन को 300 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।
इस बार अरविंद केजरीवाल ने जिस सीट पर मतदान किया है, वहां आम आदमी पार्टी (आप) का उम्मीदवार ही नहीं है। कांग्रेस से गठबंधन के चलते यहां से कांग्रेस उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां आम आदमी पार्टी (आप) कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन कर रही है। इससे पहले कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली सीट के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला।
मतदान के बाद राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के साथ एक सेल्फी भी ली। गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा ने जिस सीट पर मतदान किया है, वहां से इस बार कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है। गठबंधन के तहत वहां कांग्रेस, आम आदमी पार्टी का समर्थन कर रही है।
लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सभी सातों सीटों समेत विभिन्न राज्यों की 58 संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है।
–आईएएनएस
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