नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर उस समय दंग रह गए, जब ग्लेन मैक्सवेल ने बुधवार को यहां नीदरलैंड के खिलाफ 40 गेंदों में अपना सबसे तेज वनडे विश्व कप शतक लगा दिया।
मैक्सवेल ऑस्ट्रेलियाई पारी के 40वें ओवर में ही बल्लेबाजी करने आए और 44 गेंदों पर 8 छक्कों और 9 चौकों की मदद से 106 रन बनाए।
पहली पारी के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए गावस्कर मैक्सवेल की पारी देखकर जोश में दिखे।
गावस्कर ने कहा, “यह (रिवर्स हिट) सबसे महान क्रिकेटिंग शॉट्स में से एक है। यह छह रन के लिए चला गया। यह 12 होना चाहिए। इसके बाद गेंदबाजी थोड़ी परेशान हो गई, क्योंकि उन्हें पता ही नहीं था कि कहां गेंदबाजी करनी है। यह था एक अविश्वसनीय प्रयास था। उन्होंने जितने रन बनाए और जिस गति से रन बनाए, उनका औसत 12 का था। यह अद्भुत था।”
उन्होंने कहा, “मैंने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए 40 गेंदें खेलीं। उन्होंने 40 गेंदों में शतक बनाया, वाह!अद्भुत, अद्भुत!”
मैक्सवेल भारत में खराब दौर से गुजर रहे थे, क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले 4 मैचों में सिर्फ 49 रन ही बना पाए थे। हालांकि, मैक्सवेल पूरी तरह से नियंत्रण में दिखे, उन्होंने विकेट के पीछे कुछ धमाकेदार शॉट्स के साथ मैदान के वी हिस्से पर अपना दबदबा बनाया।
वॉटसन ने मैक्सवेल की सराहना करते हुए कहा, ” उन्होंने इससे सीखा, पहली गेंद को स्टैंड में डालने की कोशिश की। वह पहली गेंद से नियंत्रण में था और फिर एक बार उन्होंने पैर नीचे रखा, जैसा कि हमने उनके करियर में कई बार देखा है, यह पूरी तरह से पागलपन था।”
उन्होंने कहा, “वह जहां चाहे हिट कर सकता है, कोई भी गेंदबाज उसे नियंत्रण के साथ गेंदबाजी नहीं कर सकता। यह अपमानजनक है, बिल्कुल दिखावा है। हर कोई आज यहां आकर बहुत भाग्यशाली था। उन्होंने 13 गेंदों में अपना दूसरा अर्धशतक बनाया। यह जानकर आपका दिमाग चकरा जाएगा कि आप ऐसा कर सकते हैं।”
–आईएएनएस
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