नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने पर्दे पर अपने द्वारा निभाए गए किरदारों के बारे में खुलकर बात की। एक्ट्रेस ने कहा कि वह कभी भी एक्टिंग स्कूल या वर्कशॉप में नहीं गईं, लेकिन वह सिर्फ सेट पर चीजों को सही करना चाहती थीं।
प्रीति जिंटा ने हाल ही में साइंस फिक्शन फिल्म ‘कोई…मिल गया’ के 20 साल पूरे होने का जश्न मनाया, जिसमें ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में थे।
उन्होंने ‘दिल से’, ‘संघर्ष’, ‘क्या कहना’, ‘सलाम नमस्ते’ आदि फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाई हैं। प्रीति द्वारा निभाए गए रोल को अक्सर उनके अनकंवेंशनल स्क्रीन व्यक्तित्व के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से दोषपूर्ण माना जाता था।
एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने आईएएनएस को बताया कि मेरे लिए एक निश्चित समझ थी, भले ही मैं कभी भी एक्टिंग स्कूल या कार्यशाला में नहीं गई। ईमानदारी से कहूं तो मैं सिर्फ सेट पर चीजों को सही करना चाहती थी। स्क्रिप्ट के हिसाब से, जिस भी निर्देशक ने मुझे ऐसी स्क्रिप्ट दी, जो मुझे समझ में आई और किरदार मेरे विश्वास के अनुरूप था, मैंने उसमें अपना सबकुछ लगा दिया।
48 वर्षीय एक्ट्रेस ने आगे कहा कि मेरे घर पर भी मेरा परिवार बहुत सख्त था, इसलिए मैंने कोई ऐसा काम नहीं किया, जिससे मुझे घर पर कोई परेशानी हो। यह हर चीज़ का मिश्रण था। जब मैंने शुरुआत की तो मैं सिर्फ सही काम और ऐसी चीजें करना चाहती थी जो एक व्यक्ति के रूप में मुझे पसंद आए।
मेरे पास यह सोचने का अवसर नहीं था कि मुझे एक एक्ट्रेस के रूप में कैसे देखा जाएगा। मैं सिर्फ इतना जानती थी कि मैंने व्यक्तिगत रूप से हर किरदार के साथ खुद को जोड़ा और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की।
एक्ट्रेस ने 1998 में मणिरत्नम की रोमांटिक थ्रिलर फिल्म ‘दिल से…’ से अभिनय की शुरुआत की, जिसमें शाहरुख खान और मनीषा कोइराला ने अभिनय किया था।
–आईएएनएस
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