नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस बार दिल्ली के एक सांसद को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिली है। पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा ने रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
दिल्ली की सभी सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। पूर्वी दिल्ली से भाजपा के हर्ष मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को 93,663 वोटों से हराया था। हर्ष मल्होत्रा दिल्ली में भाजपा का एक जाना माना चेहरा हैं।
वह पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं। पिछली बार वर्ष 2019 में सरकार में आने पर दिल्ली से डॉ. हर्षवर्धन और मीनाक्षी लेखी को मंत्रिमंडल में जगह मिली थी। हालांकि, इस बार ये दोनों नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़े। दिल्ली में लगातार तीन बार से भाजपा लोकसभा की सभी सातों सीटें जीतती आ रही है।
इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ था। हालांकि, यह गठबंधन पूरी तरह विफल रहा। इस गठबंधन के तहत आप और कांग्रेस ने तीन राज्यों दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन तीनों राज्यों में आप का खाता तक नहीं खुल सका।
वहीं दिल्ली की सभी सातों सीटों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों के सभी प्रत्याशी चुनाव हार गए। दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं। इनमें से चार सीटों पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा था, जबकि शेष तीन सीटों पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था। आप पार्टी ने पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और नई दिल्ली सीट से अपने उम्मीदवार उतारे थे।
–आईएएनएस
जीसीबी/एफजेड
नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस बार दिल्ली के एक सांसद को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिली है। पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा ने रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
दिल्ली की सभी सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। पूर्वी दिल्ली से भाजपा के हर्ष मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को 93,663 वोटों से हराया था। हर्ष मल्होत्रा दिल्ली में भाजपा का एक जाना माना चेहरा हैं।
वह पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं। पिछली बार वर्ष 2019 में सरकार में आने पर दिल्ली से डॉ. हर्षवर्धन और मीनाक्षी लेखी को मंत्रिमंडल में जगह मिली थी। हालांकि, इस बार ये दोनों नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़े। दिल्ली में लगातार तीन बार से भाजपा लोकसभा की सभी सातों सीटें जीतती आ रही है।
इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन हुआ था। हालांकि, यह गठबंधन पूरी तरह विफल रहा। इस गठबंधन के तहत आप और कांग्रेस ने तीन राज्यों दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन तीनों राज्यों में आप का खाता तक नहीं खुल सका।
वहीं दिल्ली की सभी सातों सीटों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों के सभी प्रत्याशी चुनाव हार गए। दिल्ली में लोकसभा की कुल 7 सीटें हैं। इनमें से चार सीटों पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा था, जबकि शेष तीन सीटों पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था। आप पार्टी ने पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और नई दिल्ली सीट से अपने उम्मीदवार उतारे थे।
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