रबात, 9 सितंबर (आईएएनएस)। मोरक्को में शुक्रवार रात आए तेज भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,037 हो गई है। देश के गृह मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के लेटेस्ट अपडेट के अनुसार, भूकंप में कम से कम 1,204 लोग घायल भी हुए हैं।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि मोरक्को में शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:11 बजे भूकंप आया। भूकंप 18.5 किमी की गहराई में था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किमी दक्षिण पश्चिम में अल हौज प्रांत के इघिल कस्बे के पास था। भूकंप रबात और कैसाब्लांका सहित मोरक्को के कई शहरों में महसूस किया गया। स्थानीय मीडिया ने बताया कि तरौदंत और मराकेश शहरों में कई घर ढह गए।
मराकेश में रहने वाले एक विदेशी चीनी झांग काई ने कहा, ”भूकंप से मराकेश के पुराने शहर में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। कई निवासियों को संभावित झटकों के डर से खुली जगह में रात बितानी पड़ी।”
उआरज़ाज़ेट के एक निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पहले भी भूकंप आए हैं, लेकिन उनमें से कोई भी इस भूकंप जितना शक्तिशाली नहीं था। उआरज़ाज़ेट से भूकंप के केंद्र तक रास्ते में, पहाड़ों और इमारतों से चट्टानें और मलबे सड़क पर बिखरे हुए देखे गए।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए बचावकर्मियों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। रेड क्रॉस सोसाइटी ऑफ चाइना (आरसीएससी) ने शनिवार को घोषणा की कि वह मोरक्कन रेड क्रिसेंट को उसके बचाव कार्यों में सहायता के लिए आपातकालीन मानवीय सहायता के रूप में 200,000 अमेरिकी डॉलर नकद प्रदान करेगी।
आरसीएससी ने कहा कि वह मोरक्को में राहत जरूरतों से अवगत रहेगा और अपनी सर्वोत्तम क्षमता से सहायता प्रदान करने का वचन दिया। अरब लीग (एएल), मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन, सऊदी अरब, कतर, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया और लेबनान सहित अरब देशों और संगठनों ने शनिवार को विनाशकारी भूकंप पर मोरक्को के प्रति संवेदना व्यक्त की।
काहिरा स्थित एएल के महासचिव अहमद अबुल-घेइत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मोरक्को जल्द ही संकट से उबर जाएगा। उत्तरी अफ़्रीकी देश में आए तेज़ भूकंप के कुछ घंटों बाद, इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को अपनी सरकार को मोरक्को के लिए सहायता तैयार करने का निर्देश दिया, जिसमें क्षेत्र में एक सहायता प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना भी शामिल थी।
–आईएएनएस
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