बीजिंग, 16 मार्च (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र में स्थित चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि केंग शुआंग ने 15 मार्च को यमन पर सुरक्षा परिषद के खुले सम्मेलन में भाषण देते हुए उम्मीद जताई कि सऊदी अरब और ईरान के प्रतिनिधिमंडलों के बीच पेइचिंग संवाद में प्राप्त परिणाम यमन की स्थिति सुधारने के लिए भी अनुकूल स्थिति तैयार करेंगे।
केंग शुआंग ने कहा कि यमन में मौजूदा सुरक्षा स्थिति फिर भी बहुत नाजुक है। युद्धविराम को बाधित हुए पांच महीने से अधिक समय हो गया है, और कुछ क्षेत्रों में कभी-कभी गोलाबारी हुई है। चीन संघर्ष के सभी पक्षों से शांत और संयम रखते हुए आपसी विश्वास को नुकसान पहुंचाने और तनाव पैदा करने वाले कार्यों से बचने का आह्वान करता है। यमन में मानवीय स्थिति गंभीर बनी हुई है। साथ ही यमन में संयुक्त राष्ट्र के कई सहायता कार्यक्रम अपर्याप्त धन के कारण बंद होने के खतरे में खड़े हुए। चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से यमन में मानवीय और विकास का निवेश बढ़ाने और यमन में संयुक्त राष्ट्र की कार्रवाइयों के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराने का आह्वान करता है। चीन संबंधित पक्षों से संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यों पर अनुचित प्रतिबंध हटाने का आह्वान भी करता है।
केंग शुआंग ने यह भी कहा कि यमन मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत और वार्ता ही एकमात्र वास्तविक तरीका है। चीन यमन मुद्दे से जुड़े सभी पक्षों से राजनीतिक समाधान की सामान्य दिशा का पालन करने, यमनी लोगों के हितों को पहले स्थान पर रखने, पूरी तरह से राजनीतिक इच्छा का प्रदर्शन करने और सक्रिय रूप से एक-दूसरे से मिलने का आह्वान करता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसके लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। चीन ने सऊदी अरब, ओमान और अन्य खाड़ी अरब देशों से शांति वार्ता को बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की और यमन पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ग्रंडबर्ग के प्रयासों को पूरी तरह से मान्यता दी। चीन की अपेक्षा है कि यमन की स्थिति पर प्रभाव रखने वाले देश रचनात्मक भूमिका निभाएंगे।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
–आईएएनएस
एएनएम