नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
–आईएएनएस
सीबीटी
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। राजधानी को फिर से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि हथिनी कुंड बैराज से 2.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों ने नदी के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है।
यमुना नदी का मौजूदा जलस्तर 205.20 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट संदेश भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में यमुना नदी ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई। पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही थी। दिल्ली में बाढ़ के परिणामस्वरूप कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई सड़कों पर पानी भर गया।
अब स्थिति में सुधार हो रहा है और नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है। जलजमाव वाले इलाकों में पानी कम हो गया है।
लेकिन ताजा अलर्ट के साथ लोगों और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।