तिरुवनंतपुरम, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी अभिषेक नायर का मानना है कि यशस्वी जयसवाल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टी20 सीरीज में सहजता से खेलना जारी रखना चाहिए क्योंकि उन्हें लगता है कि बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज को स्वतंत्रता के साथ खेलने की भूमिका दी गई है।
विशाखापत्तनम में शुरुआती टी20 में मैट शॉर्ट का शिकार बनने से पहले यशस्वी जयसवाल ने 262.5 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ आठ गेंदों में दो चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से 21 रन बनाए।
इस साल अगस्त में अपने डेब्यू के बाद से नौ मैचों के टी20 करियर में जयसवाल ने 166.44 की स्ट्राइक-रेट से 253 रन बनाए हैं।
यशस्वी के बारे में बात करते हुए अभिषेक नायर ने जियो सिनेमा पर कहा, “यही उसकी ताकत है। वह ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसे जमने में बहुत अधिक समय नहीं लगता है। मुझे लगता है कि उसे स्वतंत्रता के साथ खेलने के लिए भूमिका दी गई है। वह घरेलू क्रिकेट में मुंबई और आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए भी इसी तरह खेलता है। यदि आप एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो सहज रूप से आक्रामक है, तो आपको वैसा ही रहना चाहिए।”
उसी मैच में स्टैंड-इन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 42 गेंदों में 80 रनों की तेज पारी खेली। जबकि, विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने 39 गेंदों में 58 रन बनाए और रिंकू सिंह ने 14 गेंदों में नाबाद 22 रन बनाकर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। 209 का लक्ष्य, इस प्रारूप में उनका अब तक का सबसे बड़ा सफल चेज भी था।
भारत के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने सूर्या के बारे में कहा, “उन्होंने पहले टी20 मैच में कप्तानी पारी खेली। उन्होंने अपनी ताकत के अनुसार खेला और अपने दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं किया। जब भारत गेंदबाजी कर रहा था तो कप्तानी का दबाव दिख रहा था। लेकिन, जब वह बल्लेबाजी करने आए तो वह वास्तव में शांत थे। उन्हें इसी दृष्टिकोण को जारी रखना चाहिए।”
अमित मिश्रा ने यह भी महसूस किया कि भारत को तिरुवनंतपुरम में दूसरे मैच के लिए विशाखापत्तनम में उतारी गई अंतिम प्लेइंग-11 पर कायम रहना चाहिए।
–आईएएनएस
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