चेन्नई, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ दान (एचआर एंड सीई) मंत्री पी.के. शेखर बाबू ने गुरुवार को कहा कि विभाग चेन्नई के मूवरसम्पेट में आयोजित तीर्थवारी उत्सव से अनभिज्ञ था, जिस दौरान पांच युवकों की डूबने से मौत हो गई थी।
शेखर बाबू ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा, धर्मलिंगेश्वर मंदिर के ट्रस्टी पिछले चार वर्षों से मानव संसाधन और सीई विभाग को इसके बारे में सूचित किए बिना तीर्थवारी उत्सव का आयोजन कर रहे हैं।
बाबू ने कहा कि भविष्य में मंदिर के ट्रस्टी को सरकार को सूचित करना चाहिए कि वे मंदिर उत्सव आयोजित कर रहे हैं, ताकि एहतियाती उपाय किए जा सकें।
मंत्री ने कहा कि जिस टैंक में युवक डूबे, वह स्थानीय पंचायत का था और हाल ही में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री टीएम अनबरसन द्वारा खर्च किए गए 50.5 लाख रुपये की लागत से इसका जीर्णोद्धार किया गया था।
बाबू ने विधानसभा को बताया कि मुख्यमंत्री ने तुरंत उन्हें फोन किया और स्पष्टीकरण मांगा लेकिन उन्होंने उन्हें बताया कि टैंक का जीर्णोद्धार अनबरसन ने किया था।
उन्होंने कहा कि मंदिर का प्रबंधन सर्व मंगल सेवा ट्रस्ट द्वारा किया जाता था और उन्होंने 8 सितंबर, 2022 को कुमाभिषेक करने का फैसला किया। पी.के. शेखर बाबू ने कहा कि जब मानव संसाधन और सीई विभाग को इस बारे में पता चला, तो उसने तुरंत नंगनल्लूर अंजनेय स्वामी मंदिर के कार्यकारी अधिकारी को सर्व मंगला सेवा ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित मंदिर के ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने अब एक अपील दायर की है जिस पर 12 अप्रैल को सुनवाई होगी।
–आईएएनएस
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