सीतापुर (उत्तर प्रदेश), 3 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में रामपुर मथुरा पुलिस स्टेशन के अंदर एक महिला की कथित तौर पर पिटाई का वीडियो सोशल पर वायरल होने के बाद एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
सीतापुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) घुले सुशील चंद्रभान ने सहायक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी द्वारा मामले के जांच के आदेश दिए।
एफआईआर के मुताबिक अन्नपूर्णा देवी की शिकायत पर एसएचओ राम अवध चौहान, हेड कांस्टेबल कमलेश यादव और महिला कांस्टेबल रचना चौधरी पर मामला दर्ज किया गया है।
18 जून को निरंकार शर्मा और ओमकार पारिवारिक विवाद के संबंध में शिकायत दर्ज कराने रामपुर मथुरा पुलिस स्टेशन गए थे।
जब वे शाम तक नहीं लौटे, तो अन्नपूर्णा के नेतृत्व में महिलाओं का एक समूह पुलिस स्टेशन पहुंचा और पुलिस से उन्हें हिरासत में रखने का कारण पूछा।
अन्नपूर्णा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा, “एसएचओ राम अवध चौहान ने एक महिला कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को बुलाया, जिन्होंने हमें एक कमरे में बंद कर दिया और चमड़े के पट्टे से बेरहमी से पीटा।”
बाद में, पुलिस ने महिलाओं पर भी शांति भंग करने के आरोप में सीआरपीसी की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया।
इसके बाद पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी और एसपी से की।
एसपी चंद्रभान ने पुलिस क्षेत्राधिकारी महमूदाबाद रविशंकर प्रसाद को जांच करने को कहा।
–आईएएनएस
सीबीटी
सीतापुर (उत्तर प्रदेश), 3 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में रामपुर मथुरा पुलिस स्टेशन के अंदर एक महिला की कथित तौर पर पिटाई का वीडियो सोशल पर वायरल होने के बाद एक स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
सीतापुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) घुले सुशील चंद्रभान ने सहायक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी द्वारा मामले के जांच के आदेश दिए।
एफआईआर के मुताबिक अन्नपूर्णा देवी की शिकायत पर एसएचओ राम अवध चौहान, हेड कांस्टेबल कमलेश यादव और महिला कांस्टेबल रचना चौधरी पर मामला दर्ज किया गया है।
18 जून को निरंकार शर्मा और ओमकार पारिवारिक विवाद के संबंध में शिकायत दर्ज कराने रामपुर मथुरा पुलिस स्टेशन गए थे।
जब वे शाम तक नहीं लौटे, तो अन्नपूर्णा के नेतृत्व में महिलाओं का एक समूह पुलिस स्टेशन पहुंचा और पुलिस से उन्हें हिरासत में रखने का कारण पूछा।
अन्नपूर्णा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा, “एसएचओ राम अवध चौहान ने एक महिला कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को बुलाया, जिन्होंने हमें एक कमरे में बंद कर दिया और चमड़े के पट्टे से बेरहमी से पीटा।”
बाद में, पुलिस ने महिलाओं पर भी शांति भंग करने के आरोप में सीआरपीसी की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया।
इसके बाद पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी और एसपी से की।
एसपी चंद्रभान ने पुलिस क्षेत्राधिकारी महमूदाबाद रविशंकर प्रसाद को जांच करने को कहा।
–आईएएनएस
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