मैनपुरी (उत्तर प्रदेश), 10 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में दूषित पानी पीने से करीब 21 छात्र बीमार पड़ गए और सात अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामला तब सामने आया, जब जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को पता चला कि एक कॉलेज के बड़ी संख्या में छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मैनपुरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पी.पी. सिंह और महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल के सेंटर फॉर मेडिकेयर एंड मेडिकल सर्विसेज (सीएमएस) मदन लाल तुरंत जानकारी लेने और छात्रों की स्थिति की समीक्षा करने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।
मदन लाल (सीएमएस) ने कहा कि यह पाया गया कि गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में कम से कम 21 छात्रों को 9 फरवरी से उल्टी और पेचिश के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
फिलहाल, सात छात्रों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि अन्य को छुट्टी दे दी गई है।
गुरुवार की रात वाटर कूलर का पानी पीने से इंजीनियरिंग कॉलेज के 21 छात्रों की हालत बिगड़ गई।
उन्होंने कहा, सभी को जिला अस्पताल लाया गया, जहां सात छात्रों को भर्ती कराया गया। अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, पानी की टंकियों, प्यूरीफायर और कूलर मशीनों से पानी के नमूने टेस्ट के लिए लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई) विभाग को भेजे गए हैं। प्रथम ²ष्टया ऐसा लगता है कि दूषित पानी बीमारी का कारण हो सकता है।
कॉलेज के एक शिक्षक ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की हालत बिगड़ने के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम ने कॉलेज पहुंचकर दूषित पानी का सैंपल जांच के लिए सील कर दिया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि आगे की जांच की जा रही है।
–आईएएनएस
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