लखनऊ, 15 नवंबर (आईएएनएस)। यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अब खिलाड़ियों को भी इलाज मिलेगी। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में स्पोर्ट्स इंजरी विभाग खुलेगा। इसमें खेल-कूद के दौरान लगने वाली चोट का इलाज मिलेगा।
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के मानकों के आधार पर विभाग या यूनिट का संचालन किया जाएगा। इसके लिए कॉलेज प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि कुश्ती, क्रिकेट, हॉकी, वॉली बॉल, फुटबॉल समेत दूसरे खेलकूद की गतिविधियों में खिलाड़ियों को चोट लग जाती है। समुचित इलाज के लिए खिलाड़ियों को काफी भटकना पड़ता है। इसमें खिलाड़ियों का काफी समय बेकार हो जाता है। समय पर इलाज न मिलने से काफी दिक्कतें होती हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों में खिलाड़ियों को इलाज मिलने से काफी राहत मिलेगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आम जनमानस के साथ प्रदेश के खिलाड़ियों को भी बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। इसमें ऑपरेशन तक की सुविधा उपलब्ध होगी। इस दिशा में मेडिकल संस्थानों को जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा। केजीएमयू व दूसरे संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगे।
–आईएएनएस
विकेटी