deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

योग आंतरिक जड़ता, संदेह और भय के विरुद्ध लड़ाई है : आचार्य प्रशांत

देशबन्धु by देशबन्धु
June 21, 2025
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आध्यात्मिक गुरु और दार्शनिक आचार्य प्रशांत को ‘भगवद गीता के प्रकाश में योग’ शीर्षक से दिए गए उनके प्रवचन के लिए पूरे देश में खूब सराहना मिली।

READ ALSO

उत्तर प्रदेश : संभल में त्योहारों को लेकर पुलिस ने निकाली फ्लैग मार्च, सीओ ने दी चेतावनी

वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम के घर में चोरी, सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

गोवा से लाइव और भारत के 40 से अधिक सिनेमा हॉलों में प्रसारित इस कार्यक्रम ने एक अद्वितीय आध्यात्मिक मील का पत्थर स्थापित किया, जिसने थिएटरों को आत्मनिरीक्षण, चिंतन और दार्शनिक संलग्नता के क्षेत्रों में बदल दिया।

ADVERTISEMENT

रायपुर, कोलकाता, जोधपुर, गोवा और बिलासपुर जैसे शहरों के लोगों ने इस बातचीत की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे योग के बारे में उनकी समझ बदल गई है।

आईएएनएस ने देश भर के कई श्रोताओं से बात की और एक आम धारणा सामने आई कि आचार्य प्रशांत ने लाखों लोगों के योग के प्रति दृष्टिकोण को पुनः परिभाषित किया है और उनका ध्यान शारीरिक आसनों से हटाकर आंतरिक स्पष्टता और आध्यात्मिक शक्ति पर केंद्रित किया है।

गोवा के एक युवा साधक का कहना है कि यह योगा नहीं है, योग है।

लाइव सेशन में शामिल गोवा की 24 वर्षीय नूतन ने कहा, “मुझे यह पसंद आया। मैं 24 साल की हूं और आज पहली बार मुझे योग का असली मतलब पता चला। योग का मतलब लचीलापन या मुद्रा नहीं है। यह हमारी उच्चतम क्षमता को प्राप्त करने के बारे में है। ‘योग’ सही शब्द है, यह कोई व्यायाम नहीं बल्कि विकास का एक तरीका है।”

हितेश ने कहा, “आज मुझे एहसास हुआ कि योग का मतलब है यह जानना कि आप वास्तव में कौन हैं। मैंने बहुत सी नई बातें समझीं, जो पहले कभी स्पष्ट नहीं थीं।”

रायपुर निवासियों ने भी आध्यात्मिक बदलाव का अनुभव किया। एक निवासी ने आईएएनएस को बताया, “पहले मुझे लगता था कि योग सिर्फ शारीरिक तंदुरुस्ती के लिए है। लेकिन आचार्य प्रशांत को सुनने के बाद अब मुझे समझ में आया है कि योग का मतलब है आंतरिक स्पष्टता प्राप्त करना। दुखों को दूर करना ही योग है। आज मुझे एक बिल्कुल नया नजरिया मिला।”

रायपुर के एक अन्य दर्शक ने कहा, “आचार्य प्रशांत बहुत गहराई से बोलते हैं। वे आत्मा को शुद्ध करना चाहते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सच्चा योगी वह है, जो खुद को जानता है। यह एक शक्तिशाली संदेश था।”

कोलकाता के दर्शकों को भी योग में एक नया उद्देश्य मिला। कोलकाता में उपस्थित लोगों ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं।

एक शख्स ने कहा कि आज तक, मुझे लगता था कि योग सिर्फ स्ट्रेचिंग और सांस लेने के व्यायाम के बारे में है। अब मैं समझ गया हूं कि योग हमारे दुख के मूल कारण को पहचानने और उसे भीतर से मिटाने के बारे में है। यही सच्चा योग है।

ADVERTISEMENT

जोधपुर के एक दर्शक ने कहा, “उन्होंने योग का असली मतलब समझाया। मैं पहले सोचता था कि यह सिर्फ शारीरिक दिनचर्या के बारे में है, लेकिन अब मुझे एहसास हुआ कि यह निडर बनने, सब कुछ छोड़ देने और अपने सर्वश्रेष्ठ रूप तक पहुंचने के बारे में है।”

एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “आचार्य प्रशांत ने योग के बारे में बहुत विस्तार से बताया। यह शरीर को मोड़ने के बारे में नहीं है, बल्कि भीतर से स्वयं को बदलने के बारे में है।”

बिलासपुर के एक निवासी ने कहा कि योग हमारी सर्वोच्च क्षमता तक पहुंचने के बारे में है। जैसा कि भगवान कृष्ण भगवद गीता में कहते हैं, ‘योग दुःख से वियोग है।’ यह सत्य आज बहुत जोरदार तरीके से सामने आया।

एक अन्य ने कहा कि योग शारीरिक फिटनेस से कहीं अधिक है। यह हमारे दुख के पीछे के कारण की खोज करने और उस पर काबू पाने के बारे में है। आचार्य प्रशांत ने हमें गीता की शिक्षाओं की गहरी समझ दी। यह वास्तव में एक ज्ञानवर्धक अनुभव था।

प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन और पीवीआर-आईएनओएक्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में पहली बार सिनेमा हॉल में भगवद गीता पर चर्चा की गई। मुंबई, पुणे, गुरुग्राम, पटना, इंदौर और भोपाल जैसे शहरों में दर्शकों ने किसी ब्लॉकबस्टर फिल्म के लिए नहीं, प्राचीन ज्ञान पर आधारित आध्यात्मिक प्रवचन के लिए टिकट खरीदे।

ADVERTISEMENT

आचार्य प्रशांत के संदेश ने आधुनिक विश्व में योग के वस्तुकरण को सीधी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि गीता का योग शारीरिक लचीलेपन के बारे में नहीं है। यह आंतरिक अजेयता के बारे में है।

आचार्य प्रशांत ने कहा कि अर्जुन को उठने के लिए कहा गया था, न कि खींचने के लिए। प्राचीन योगी सोशल मीडिया पर लाइक पाने के लिए पोज नहीं देते थे। वह सत्य के योद्धा थे। गीता में अर्जुन को ध्यान करने या श्वास अभ्यास करने के लिए नहीं कहा गया था। उसे युद्ध के बीच में समझदारी से काम लेने के लिए प्रेरित किया गया था। योग आपकी आंतरिक जड़ता, संदेह और भय के विरुद्ध लड़ाई है।

160 से ज्यादा किताबों के बेस्टसेलर लेखक, आचार्य प्रशांत प्रशांतअद्वैत फाउंडेशन के संस्थापक हैं। उनकी शिक्षाएं वेदांत, बौद्ध धर्म, अस्तित्ववादी दर्शन और आधुनिक मनोविज्ञान को एक साथ मिलाती हैं, जिससे भारतीय शास्त्रों का ज्ञान रोजमर्रा की जिंदगी में सुलभ और लागू होता है।

–आईएएनएस

पीएसके/एबीएम

देशबन्धु

Related Posts

ताज़ा समाचार

उत्तर प्रदेश : संभल में त्योहारों को लेकर पुलिस ने निकाली फ्लैग मार्च, सीओ ने दी चेतावनी

September 28, 2025
ताज़ा समाचार

वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम के घर में चोरी, सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

September 28, 2025
ताज़ा समाचार

बृजेश मिश्रा: भारत के पहले एनएसए, जिन्होंने सुरक्षा और कूटनीति को दी नई दिशा

September 28, 2025
ताज़ा समाचार

दिल्ली : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का ऐतिहासिक महासम्मेलन, इंद्रेश कुमार बोले- घुसपैठिए खा रहे देश के मुसलमानों का हक

September 28, 2025
ताज़ा समाचार

छत्तीसगढ़: गरबा में यूट्यूबर एल्विश के कार्यक्रम का विरोध, लोगों ने उठाए सवाल

September 28, 2025
ताज़ा समाचार

लद्दाख हिंसा के पीछे कांग्रेस की विभाजनकारी मानसिकता कर रही काम : सैयद जफर इस्लाम

September 28, 2025
Next Post

पाकिस्तान के सात जिलों के सीवेज नमूनों में पोलियो वायरस

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

114709
Total views : 6020446
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In