अगरतला/इम्फाल, 21 जून (आईएएनएस)। 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बुधवार को हिंसा प्रभावित मणिपुर को छोड़कर पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ प्रमुख हस्तियों ने योग किया।
मणिपुर में यह बहुत ही साधारण मामला था, जहां केवल कुछ मंत्रियों और सुरक्षा अधिकारियों ने इस अवसर पर योग किया। जैसा कि मणिपुर जातीय उथल-पुथल से जूझ रहा है, ऑल मणिपुर योग फ्रेटर्निटी यूनियन के बैनर तले इंफाल में योग चिकित्सकों ने दिन नहीं मनाने का फैसला किया। इसके बजाय, उन्होंने हिंसा में हुईं मौतों पर शोक मनाया।
मणिपुर में हुई हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर थौबल मेला मैदान में धरना दिया और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों में से एक रिजोरियो ओकराम ने कहा कि प्रधानमंत्री पिछले 50 दिनों से अपने ही देश का एक हिस्सा जलने की बात को आसानी से नजरअंदाज करते हुए दुनिया में शांति और सद्भाव का संदेश दे रहे हैं।
अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने धुबरी में एक योग सत्र में भाग लिया, जिसमें विधायक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और सैकड़ों लोगों ने भी भाग लिया।
ईटानगर में एक योग कार्यक्रम में भाग लेने के बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया : योग दैनिक जीवन में संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखने के तरीकों को विकसित करता है और किसी के कार्यो के प्रदर्शन में कौशल प्रदान करता है – बीकेएस अयंगर।
आइए, योग को फिट रहने के लिए जीवन का एक तरीका बनाएं और खुशहाल व स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें। अरुणाचल प्रदेश के प्यारे लोगों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी मंत्रियों, नेताओं और अधिकारियों के साथ अगरतला में योग सत्र में हिस्सा लिया।
साहा ने बाद में ट्वीट किया, योग प्राचीन भारतीय परंपरा में निहित है। यह हमारे शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदर्शनी हॉल, हपनिया में राज्यस्तरीय योग सत्र में भाग लिया।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग है, जो एक परिवार के रूप में दुनियाभर के लोगों के कल्याण के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
पूर्वोत्तर राज्यों के सैकड़ों स्थानों पर आयोजित योग सत्रों में रक्षा, अर्ध-सैन्य और सुरक्षा कर्मियों, नागरिक अधिकारियों के साथ-साथ सभी क्षेत्रों के लोगों ने भी भाग लिया।
सेना के एक ट्वीट में कहा गया है : योद्धाओं ने अरुणाचल प्रदेश के ऐतिहासिक युद्धक्षेत्रों और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और असम में सुरम्य परि²श्य के बीच अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 मनाया। आइए योग के लाभों और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को बढ़ावा दें।
बड़ी संख्या में छात्रों ने शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में योग सत्रों में भाग लिया और इस अवसर का जश्न मनाने के लिए पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिताओं सहित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।
–आईएएनएस
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