शहडोल, देशबन्धु. रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर हमें आत्मिक संतुष्टि मिलती है. रक्तदान का महत्व हमें तब समझ आता है, जब हमारे बीच का कोई मरीज जिंदगी और मौत से जूझ रहा होता है. उक्त आशय के उद्गार शहडोल जिले के सीएममचओ डॉ. राजेश मिश्रा ने शिवानी पैरामेडिकल कॉलेज में आयोजित रक्तदान शिविर के अवसर पर व्यक्त किए.
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सुधा नामदेव ने छात्र/छात्राओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि खून के रिश्तों को दुनिया का सबसे अटूट बंधन माना जाता है और अपनी रगो में बहते खून की कुछ बूंदो को दान करके आप एैसे अनजाने लोगो से भी खून का रिश्ता जोड़ सकते है. उन्होंने कहा कि आज भी हमारे समाज में रक्तदान को लेकर कई भ्रंातियां है जब कि सामान्य रूप से कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच की हो वह रक्तदान कर सकता है.
शिवानी पैरामेडिकल कॉलेज के निदेशक डाॅ.डीके द्विवेदी ने स्वयं रक्तदान कर छात्र/छात्राओ का उत्साह वर्धन किया. शिविर में 55 यूनिट रक्त का संग्रहण किया गया.
शिविर में संस्था के प्राचार्य डाॅ. रूद्र द्विवेदी, शरद नामदेव, ओमनारायण राठौर, आदित्य श्रीवास्तव, कौशलेश सूर्यवंषी, डॉ.. अनिल वर्मन, राजेश सिंह, संजय गुप्ता, निलिमा तिवारी, रजनीश त्रिपाठी, अनिरूद्व सिंह, दिव्यांष मिश्रा, पारस सोंधिया मंगला श्रीवास, प्रीती विष्वकर्मा, सुनील प्रजापति, रामेष्वर प्रजापति, यासमीन बी, उजमा कुरैषी, रमा सिंह, पूजा कुषवाहा, दीपांजली पटेल, एवं समस्त छात्र/छात्राओं की उपस्थिति रहीे.