नई दिल्ली, 13 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने सऊदी अरब, अमरीका और ओमान के उच्चस्तरीय रक्षा प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की है। बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 के अवसर पर उन्होंने तीन देशों के रक्षा प्रतिनिधिमंडलों के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठकें कीं।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक रक्षा सचिव ने सऊदी अरब के औद्योगिक कार्यक्रम महाप्रबंधक इंगर तुर्की साद के साथ वार्ता की और उनसे कई द्विपक्षीय रक्षा सहयोग मुद्दों पर चर्चा की। इसके बाद हिन्द-प्रशांत सुरक्षा मामलों के लिए अमरीका के प्रधान उप सहायक रक्षा सचिव जेडीजिया पी रॉयल के नेतृत्व में एक अमरीकी प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा सचिव से मुलाकात की। इस अवसर पर उनके साथ अमरीकी दूतावास में चार्ज दीअफेयर्स राजदूत एलिजाबेथ जोन्स और अमेरिकी वायु सेना के मेजर जनरल जूलियन चिटर भी उपस्थित थे।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच मौजूदा चल रहे तथा भविष्य के आगामी रक्षा सहयोग के मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। अमरीका अपने कई अधिकारियों, कंपनियों एवं विमानों के साथ इस वर्ष एयरो इंडिया में भाग ले रहा है।
अंत में, रक्षा सचिव ने ओमान के रक्षा मंत्रालय में महासचिव महामहिम डॉ. मोहम्मद नासिर अल जाबी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल से भेंट की। विचार-विमर्श के दौरान आपसी रक्षा सहयोग की समीक्षा की गई और दोनों देशों के संबंधों की गहराई एवं दायरे को बढ़ाने के संभावित अवसरों पर चर्चा की गई।
गौरतलब है कि 13 फरवरी को बेंगलुरु, कर्नाटक में एशिया के सबसे बड़े एयरो शो, एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का शुरू किया गया है। एयरो शो में डिजाइन नेतृत्व, यूएवी क्षेत्र में विकास, रक्षा अंतरिक्ष और भविष्य की प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसका एक उद्देश्य लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, तेजस, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर और उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर जैसे स्वदेशी हवाई प्लेटफार्मों के निर्यात को बढ़ावा देना भी है। वायु सेना स्टेशन, येलहंका में लगभग 35,000 वर्गमीटर के कुल क्षेत्रफल में आयोजित, यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन है, जिसमें 98 देशों के भाग लेने की संभावना है।
इसमें 32 देशों के रक्षा मंत्रियों, 29 देशों के वायु सेना प्रमुखों और वैश्विक और भारतीय ओईएम के 73 सीईओ के भाग लेने की उम्मीद है। एमएसएमई और स्टार्ट-अप सहित 809 रक्षा कंपनियां विशिष्ट प्रौद्योगिकियों में प्रगति और एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में वृद्धि का प्रदर्शन करेंगी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, प्रमुख प्रदर्शकों में एयरबस, बोइंग, डसॉल्ट एविएशन, लॉकहीड मार्टिन, इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, आर्मी एविएशन, एचसी रोबोटिक्स, सफरान, रोल्स रॉयस, लार्सन एंड टुब्रो, भारत फोर्ज लिमिटेड, हिंदुस्तान शामिल हैं। एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) और बीईएमएल लिमिटेड है। इस कार्यक्रम में लगभग पांच लाख दर्शकों के शामिल होने की उम्मीद है और कई लाखों लोग टेलीविजन और इंटरनेट के माध्यम से जुड़ेंगे।
–आईएएनएस
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