रांची, 6 जनवरी (आईएएनएस)। रांची में गुरुवार को कोयला कारोबारी अभिषेक श्रीवास्तव को दिनदहाड़े गोलियों से भून डालने की वारदात का प्लान जेल में रचा गया था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है।
बताया जा रहा है कि जेल में बंद नक्सली कमांडर भीखन गंझू के इशारे पर वारदात अंजाम दी गई। मारे गए कारोबारी के भाई विवेक श्रीवास्तव ने नक्सली संगठन के बलवंत और जयमंगले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
प्रतिबंधित नक्सली-आपराधिक संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन की दक्षिणी सीमांत जोनल कमेटी की ओर से शनिवार को जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि अभिषेक श्रीवास्तव ने संगठन का पैसा दबा रखा था। बार-बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी वह पैसा नहीं लौटा रहा था, इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।
रिलीज में कहा गया है कि जितने भी लोग टीपीसी संगठन का पैसा दबाए बैठे हुए हैं, वह संगठन का पैसा वापस कर दें। इसके अलावा रांची, चतरा, हजारीबाग, लातेहार क्षेत्र में संगठन की इजाजत के बिना कारोबार करने वालों को भी चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि जितने भी ट्रांसपोर्टर, डीओ होल्डर, कंपनियां, छोटे-बड़े लिफ्टर और ठेकेदार काम कर रहे हैं, जल्द से जल्द संगठन से बात कर इजाजत ले लें, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
गौरतलब है कि रांची के रातू थाना क्षेत्र स्थित आस्थापुरम कॉलोनी में कोयला कारोबारी अभिषेक को गुरुवार दिन लगभग 11 बजे उस वक्त गोलियों से भून दिया गया था, जब वह अपनी फॉर्च्यूनर कार पर सवार होकर पिपरवार कोयला साइडिंग जाने के लिए निकले थे। एक स्कॉर्पियों पर आए अपराधियों ने उनकी कार रोककर उन पर फायरिंग की थी। उन्हें आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने बूटी मोड़ स्थित मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
–आईएएनएस
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