रांची, 2 मई (आईएएनएस)। झारखंड में खेल-कूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने और खेल प्रतिभाओं को प्रशिक्षित कर निखारने के लिए खेल विश्वविद्यालय खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसका संचालन झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी और सीसीएल की ओर से संयुक्त रूप से किया जाएगा।
मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी की गवर्निंग काउंसिल की 11वीं बैठक में इसकी प्रारंभिक रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया गया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक कमेटी बनाकर बिहार के राजगीर और अन्य राज्यों के खेल विश्वविद्यालयों का अध्ययन करें और झारखंड की जरूरतों के अनुसार इस दिशा में आगे कदम बढ़ाएं।
बैठक में निर्णय लिया गया कि रांची स्थित खेलगांव में 200 एकड़ में फैले चार इनडोर और छह आउटडोर स्टेडियम सहित अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का खेल विश्वविद्यालय के लिए समुचित उपयोग किया जाएगा। मुख्य सचिव ने चार-पांच साल तक के बच्चों को स्पोर्ट्स एकेडमी से जोड़ने की पहल करने का सुझाव देते हुए कहा कि विदेशों में लगभग इसी उम्र से बच्चों को प्रशिक्षित कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जाता है।
स्पोर्ट्स एकेडमी से जुड़े बच्चों की शिक्षा के लिए वहां सरकारी प्लस-2 स्कूल खोलने के सुझाव को स्वीकार करते हुए स्कूली शिक्षा सचिव को इसकी प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया। बताया गया कि स्पोर्ट्स एकेडमी के पास इंफ्रास्ट्रक्चर है, सिर्फ शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी और सीसीएल के बीच 50-50 प्रतिशत के योगदान से 2015 में 30 साल के लिए एमओयू हुआ था। दोनों के संयुक्त तत्वावधान में 2016 से रांची के खेलगांव में स्कूली खेल प्रतिभाओं का चयन कर उन्हें निखारने के लिए रहने, खाने, पढ़ने के साथ विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण की सुविधा दी गई है। यहां 1,400 बच्चों के प्रशिक्षण की सुविधा है, लेकिन अभी यहां 92 लड़के और 128 लड़कियों को मिलाकर कुल 220 बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षक और सपोर्ट स्टाफ की संख्या 47 है। मुख्य सचिव ने इसकी संख्या बढ़ाने पर बल दिया।
बैठक में बताया गया कि फिलहाल स्पोर्ट्स एकेडमी में 11 खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साल 2021-22 से अब तक स्पोर्ट्स एकेडमी से प्रशिक्षित 1,628 बच्चों ने विभिन्न स्पर्धाओं में कई मेडल जीते हैं। उनमें अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में चार गोल्ड, चार सिल्वर और छह कांस्य पदक, राष्ट्रीय स्पर्धा में 74 गोल्ड, 70 सिल्वर और 118 कांस्य पदक सहित राज्यस्तरीय स्पर्धाओं में 763 गोल्ड, 352 सिल्वर और 227 कांस्य पदक शामिल हैं। अब यहां खेल विश्वविद्यालय खुलने से प्रतिभाओं को और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है।
झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसायटी की बैठक में गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, खेल-कूद विभाग के सचिव मनोज कुमार, स्कूली शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह, सीसीएल के सीएमडी निलेंदु कुमार सिंह समेत स्पोर्ट्स एकेडमी से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।
–आईएएनएस
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