रांची, 31 मार्च (आईएएनएस)। झारखंड में राजधानी रांची सहित राज्य के सभी हिस्सों में ईद-उल-फितर का त्योहार उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। रांची की ईदगाहों और सभी मस्जिदों में सुबह 6.30 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अलग-अलग वक्त पर बड़ी तादाद में लोगों ने एक साथ नमाज अदा की।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम रघुवर दास सहित कई प्रमुख हस्तियों ने राज्य के लोगों को ईद की मुबारकबाद दी है। रांची के हरमू रोड स्थित ईदगाह, मेन रोड एकरा मस्जिद सहित कई स्थानों पर भारी भीड़ की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को सड़क पर नमाज पढ़नी पड़ी। भीड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने पहले ही कई प्रमुख सड़कों पर कुछ घंटे के लिए ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया था।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सोशल मीडिया पर त्योहार की शुभकामनाएं देते हुए लिखा, “ईद-उल-फितर की दिली मुबारकबाद! यह त्योहार आपके जीवन में खुशियां और तरक्की लेकर आए और आपसी प्यार व भाईचारे को बढ़ाए। ईद मुबारक!”
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “ईद-उल-फितर की सभी को शुभकामनाएं। आप सभी स्वस्थ, सुखी और खुशहाल रहें, यही दुआ करता हूं।”
झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सभी मुस्लिम धर्मावलंबियों को ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शांति, सौहार्द एवं आपसी भाईचारे का प्रतीक यह त्योहार आप सबके जीवन में ढेर सारी खुशियां लाए।
रांची की हरमू ईदगाह में ईद की नमाज के बाद तकरीर करते हुए मौलाना असगर मिसबाही ने कहा कि ईद मोहब्बत, प्यार और इंसानियत का पैगाम देती है। इस्लाम हमेशा यह पैगाम देता है कि हर इंसान से मोहब्बत किया जाए। हमारे मुल्क हिंदुस्तान में तरह-तरह के लोग हैं, तरह-तरह के फूल हैं, यही इसकी खूबसूरती है। यहां किसी भी मजहब के मानने वाले हों, उनको यह हक दिया गया है कि अपने मजहब को आजादी से अमल करें।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह चाहते हैं कि एक ही तरह का फूल रख दिया जाए। इससे मुल्क की खूबसूरती खत्म हो जाएगी। हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई तरह-तरह के फूल हैं। मुल्क की हिफाजत हर मुसलमान की जिम्मेदारी है, हम सबकी जिम्मेदारी है। जो लोग इस मुल्क में नफरत का माहौल पैदा करना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि उन्हें खत्म किया जाए। झारखंड के हजारीबाग, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, पलामू, दुमका सहित अन्य जिलों से भी भाईचारे के माहौल में ईद का त्योहार मनाया जा रहा है।
–आईएएनएस
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