नालंदा, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार का राजगीर गर्म पानी के झरनों के लिए मशहूर है। सर्दी के मौसम में यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। प्रसिद्ध तालाबों में सुबह से ही स्नान करने वाले लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। राजगीर के लिए यह समय पीक सीजन माना जाता है, क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के दौरान लाखों पर्यटक यहां आते हैं।
इस दौरान कुछ पर्यटकों ने आईएएनएस से बात की।
स्थानीय पंडा समिति के सदस्य मुकेश उपाध्याय ने बताया कि ठंड के दिनों में राजगीर में काफी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों की संख्या अभी कम है लेकिन 15 जनवरी तक यहां पर संख्या काफी बढ़ जाएगी।
यहां के गर्म पानी में नहाने से कई बीमारियां दूर होती हैं। ब्रह्म कुंड में पानी का तापमान काफी ज्यादा होता है। बाकी के कुंडों में पानी का तापमान थोड़ा कम होता है। इन कुंडों में नहाने से थकान दूर हो जाती है।
एक विदेशी पर्यटक ने कहा है कि उन्हें राजगीर आकर काफी अच्छा लगा है।
राजन उपाध्याय ने कहा, “राजगीर में कार्तिक माह में नहाने का काफी महत्व है। यह महीना भगवान विष्णु का होता है। प्रतिदिन यहां पर लोग स्नान करते हैं। लक्ष्मी नारायण का दर्शन और पूजा अर्चना करते हैं। यहां के कुंडों में नहाने से बीमारियां दूर होती हैं। यहां पर 22 कुंड हैं। धीरे-धीरे यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। यहां पर आने वाले लोगों के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। आने वाले दिनों में संख्या बढ़ रही है। 22 कुंडों में से 4 कुंडों में गर्म पानी है और बाकी कुंडों में ठंडा पानी है। इन कुंडों के पीछे मान्यता है कि यहां स्नान करने से सारी मनोकामना पूर्ण होती है।
कंबोडिया से आए एक विदेशी पर्यटक ने कहा है कि राजगीर में बुद्ध ने अपने धर्म का प्रचार किया था। इसलिए हम लोग एक समूह के साथ यहां पर आए हैं।
–आईएएनएस
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