पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।
–आईएएनएस
एमएनपी/सीबीटी
ADVERTISEMENT
पटना, 8 जनवरी (आईएएनएस)। अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा। राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह के मंदिर को लेकर कही गई विवादित बातों वाले पोस्टर को अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने समर्थन किया है।
रोहतास के डेहरी में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि फतेह बहादुर ने सावित्री बाई फुले की बात दोहराई थी न कि अपनी कोई बात बोली थी। उन्होने कहा था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है। उन्होंने कहा कि अब एकलव्य को अंगूठा दान नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ता याद रखें बहुजन समाज का इतना पसीना बहेगा कि समंदर बन जाएगा।
इधर, जदयू शिक्षा मंत्री के इस समर्थन से तिलमिलाई नजर आ रही है। जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है, लेकिन ज्ञान होना जरूरी है। ज्ञान नहीं होगा तो न कुरान पढ़ पाएंगे न धार्मिक अन्य ग्रंथ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मंदिर की घेराबंदी करती है तो कब्रिस्तान की भी करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को गांव में ठाकुरबाड़ी की ओर भी नहीं देखना चाहिए, क्योंकि वहां रामलला रहते हैं।