नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को भारतीय तटरक्षक बल के तीन दिवसीय 40वें कमांडर सम्मेलन का उद्घाटन किया और देश की तटीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसकी सराहना की।
अपने संबोधन में राजनाथ सिंह ने खोज एवं बचाव और प्रदूषण प्रतिक्रिया के क्षेत्र में अग्रणी रहकर समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईसीजी की सराहना की।
उन्होंने आईसीजी से देश की तटीय सुरक्षा और समुद्री क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में समर्पण और व्यावसायिकता के साथ काम करना जारी रखने का आह्वान किया।
आईसीजी ने अपनी स्थापना के बाद से ही सभी परिस्थितियों में नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करके उन्हें महत्वपूर्ण सेवा प्रदान की है।”
उन्होंने प्रतिबंधित पदार्थ और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया।
समसामयिक समुद्री चुनौतियों से निपटने और देश के तटीय निगरानी तंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित इस सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय और आईसीजी के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के दौरान रक्षामंत्री को महानिदेशक राकेश पाल द्वारा आईसीजी की चल रही विकास परियोजनाओं, परिचालन तत्परता और भविष्य की विस्तार योजनाओं का अवलोकन दिया गया।
अधिकारी ने कहा, सम्मेलन के एजेंडे में महत्वपूर्ण विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, जिसमें समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा को बढ़ाना जैसे खोज और बचाव अभियान, समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया, तस्करी के खिलाफ अभियान, मादक पदार्थों की तस्करी, मछुआरों की सुरक्षा, समुद्र में नाविक, तटीय सुरक्षा उपायों का अनुकूलन और समुद्री डोमेन जागरूकता को बढ़ावा देना शामिल है।
यह सम्मेलन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जहां सभी अधिकारी भविष्य के लिए रोडमैप सामने रखते हैं और विभिन्न नीति और रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। अधिकारी ने कहा, इसका उद्देश्य सेवा के लिए एक भविष्यवादी दृष्टिकोण तैयार करना और चुनौतियों से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए तौर-तरीके निर्धारित करना है।
–आईएएनएस
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