जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।
–आईएएनएस
एफजेड/एसजीके
ADVERTISEMENT
जयपुर, 16 मार्च (आईएएनएस)। उम्मेदाराम बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) से इस्तीफा देकर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। वह पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। उम्मेदाराम आरएलपी उम्मीदवार के रूप में बाड़मेर के बायतू निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”उम्मेदाराम बेनीवाल जननेता हैं। उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह किसान समुदाय से आते हैं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरा भरोसा है कि आपके आने से कांग्रेस पार्टी मजबूत होगी। किसानों, दलितों और कमजोर वर्गों के मुद्दों को मजबूती मिलेगी।”
पार्टी सूत्रों ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल बायतू विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी से केवल 910 वोटों से हार गए थे। उम्मेदाराम के कांग्रेस में शामिल होने से बाड़मेर जिले के राजनीतिक समीकरण बदल जाएंगे। उम्मेदाराम बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का प्रमुख चेहरा थे। कांग्रेस उन्हें बाड़मेर से लोकसभा टिकट दे सकती है।
इससे पहले, कांग्रेस की योजना आरएलपी के साथ गठबंधन करने की थी। हालांकि, हरीश चौधरी और कई नेताओं ने आरएलपी के साथ गठबंधन के खिलाफ बाड़मेर में विरोध प्रदर्शन किया। अब कांग्रेस ने बाड़मेर में आरएलपी से गठबंधन करने के बजाय उसके संभावित लोकसभा उम्मीदवार को कांग्रेस में शामिल कर लिया।