जयपुर, 9 मार्च (आईएएनएस)। हॉकी वाली सरपंच झुंझुनू की लंबी अहीर गांव की सरपंच नीरू यादव ने अपने गांव में महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम उठाया है। यादव ने अपने गांव में सुरक्षा सखी टीम बनाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए मंच तैयार किया है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, नोडल अधिकारी निर्भया दस्ता सुनीता मीणा के नेतृत्व में जयपुर की निर्भया स्क्वॉड टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नीरू यादव ने कहा, हम निर्भया दस्ते के प्रमुख अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं और जल्द ही ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। प्रशिक्षण में महिलाओं की सुरक्षा के लिए फिटनेस और सुरक्षा तकनीकों की जानकारी सुरक्षा सखी टीम को दी जाएगी। उन्होंने कहा, हम महिलाओं के लिए एक निडर समाज बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
राजस्थान पुलिस की अतिरिक्त उपायुक्त निर्भया दस्ते की नोडल अधिकारी सुनीता मीणा ने कहा कि प्रत्येक महिला को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा के गुर सीखना जरूरी है। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम अब गांव के अंदर भी बेखौफ दस्ते के माध्यम से प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा, हम सुरक्षा मित्र बनाएंगे और हम चाहते हैं कि हर महिला खुद की रक्षा करने में सक्षम हो। इसके लिए हम उन्हें आत्मरक्षा और अच्छे स्पर्श, बुरे स्पर्श और उनके अधिकारों के बारे में प्रशिक्षित करेंगे।
गौरतलब है कि सरपंच नीरू यादव गांव की महिलाओं को प्रेरित करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने अपना वेतन गांव की लड़कियों को हॉकी खेल के लिए प्रशिक्षित करने के लिए दान कर दिया और एक राज्य स्तरीय टीम बनाई। उन्होंने पीएमकेवीवाई योजना के तहत 10 लड़कियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया और सभी लड़कियों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों में रखवाने में मदद की। इस सफल परियोजना के बाद करीब 15 और लड़कियां कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए नीरू यादव से जुड़ गई हैं और जल्द ही एक नया बैच शुरू होगा।
अपनी हालिया पहल में, उन्होंने अपने गांव में कचरा मुक्त विवाह समारोह नामक एक अनूठा अभियान शुरू किया है और अपने गांव में किसी भी विवाह समारोह में खाना पकाने और परोसने के लिए मुफ्त स्टील के बर्तन उपलब्ध कराती हैं। इसके अलावा, एक टीम खाद्य अपशिष्ट को एकत्र करती है और इसे खाद बनाने के लिए किसानों को बेचती है।
उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य गांव को साफ रखने के लिए डिस्पोजल, प्लास्टिक, बोतलों के कचरे को कम करना और खाने की बर्बादी को रिसाइकिल करके प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करना है।
–आईएएनएस
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