राजुरा, 19 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करते हुए महाराष्ट्र की राजुरा विधानसभा सीट पर मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस पूरे विवाद पर चंद्रपुर जिला प्रशासन ने तुरंत स्पष्टीकरण जारी कर स्थिति स्पष्ट की।
चंद्रपुर जिला सूचना कार्यालय ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर बताया कि प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के कारण राजुरा विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाता पंजीकरण का प्रयास नाकाम कर दिया गया। राजुरा निर्वाचन पंजीयन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि 1 से 17 अक्टूबर 2024 के बीच कुल 7,592 नए मतदाता पंजीकरण के आवेदन प्राप्त हुए थे। बूथ स्तर पर अधिकारियों द्वारा जब इन आवेदनों का गहन सत्यापन किया गया तो बड़ी संख्या में गड़बड़ियां सामने आईं।
सत्यापन में पाया गया कि कुल 6,861 आवेदन फर्जी या अमान्य थे। इनमें से कई आवेदकों के पते गलत पाए गए, कई लोग दिए गए पते पर रहते ही नहीं थे, जबकि कई मामलों में उचित फोटो और जरूरी दस्तावेजों की कमी थी। ऐसी स्थिति में सभी अमान्य आवेदनों को समय रहते खारिज कर दिया गया और उन्हें मतदाता सूची में शामिल नहीं किया गया। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई स्वतः संज्ञान लेते हुए की गई थी और इसके लिए किसी बाहरी शिकायत की आवश्यकता नहीं पड़ी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी और उपविभागीय अधिकारी, राजुरा को निर्देश दिया कि इस पूरे मामले की गहन जांच की जाए। साथ ही, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत आवश्यक आपराधिक कार्यवाही शुरू करने को कहा गया। इसके परिणामस्वरूप राजुरा पुलिस स्टेशन में अपराध क्रमांक 629/2024 दर्ज किया गया है और पुलिस विभाग इस पर आगे की जांच कर रहा है।
निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया कि समय पर की गई सख्त निगरानी और सत्यापन के चलते फर्जी आवेदनों को खारिज कर दिया गया और मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई।
गौरतलब है कि राजुरा विधानसभा सीट चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र की छह विधानसभा सीटों में से एक है। फिलहाल, इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। साल 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विठोबा भोंगले ने 3054 वोटों से सुभाष धोते को हराया था।
–आईएएनएस
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