बेलागवी, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद भी टीपू सुल्तान का गुणगान करने पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की आलोचना की है।
बेलगावी स्थित सुवर्णा विधान सौध में पत्रकारों से बात करते हुए अशोक ने कहा कि इन विधानसभा चुनावों को लोकसभा चुनावों के लिए सेमीफाइनल माना जाता था। भाजपा ने तीन राज्यों में जीत हासिल की और पार्टी को दूसरे राज्य में तीन गुना सीटें हासिल हुईं।
अशोक ने कांग्रेस के एक केंद्रीय नेता के ट्वीट का जिक्र किया, जिन्होंने अपनी पार्टी की हार के लिए सनातन धर्म की आलोचना को जिम्मेदार ठहराया था। अशोक के अनुसार, इस झटके के बावजूद सीएम सिद्दारमैया टीपू सुल्तान के प्रति अपने रुख पर कायम हैं और उनका महिमामंडन कर रहे हैं।
टीपू सुल्तान दक्षिण कर्नाटक में मैसूरु साम्राज्य के पूर्व शासक थे। भाजपा का कहना है कि उन्होंने क्रूरता के साथ बड़े पैमाने पर लोगों का इस्लाम में धर्मांतरण कराया, जबकि कांग्रेस भाजपा की इस बात को मानने से इनकार करती है और उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले शहीद मानती है।
अशोक ने कांग्रेस से इस हार से सीखने का आग्रह किया और बताया कि पहले उसने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की थी, लेकिन अब वह इन सभी राज्यों में हार गई है। उन्होंने तेलंगाना में अपनी जीत का जश्न मनाने और तीन में हार पर चुप रहने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
अशोक ने तेलंगाना में कांग्रेस की सफलता के लिए सत्ता विरोधी लहर, पूर्व सीएम के.चंद्रशेखर राव की विधानसभा से अनुपस्थिति और पारिवारिक राजनीति जैसे कारकों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि तीन राज्यों में करिश्मा की कमी और इसकी गारंटी योजनाओं का कम प्रभाव कांग्रेस की हार का कारण था।
अशोक के मुताबिक, लोगों का मानना है कि भविष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। उन्होंने कहा कि देशभर के लोग विकास सुनिश्चित करने और भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए पीएम मोदी पर भरोसा करते हैं।
अशोक के अनुसार, इन राज्यों द्वारा दिया गया संदेश यह है कि देश और धर्म पीएम मोदी के हाथों में सुरक्षित हैं। उन्होंने आगामी संसदीय चुनावों में भाजपा की शानदार जीत की भविष्यवाणी की और कहा कि मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे।
–आईएएनएस
एसजीके