पटना, 11 सितंबर (आईएएनएस)। ‘राधा अष्टमी’ के दिन बिहार की राजधानी पटना के इस्कॉन मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन हुआ। इसको लेकर आईएएनएस की टीम ने मंदिर में दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं से खास बातचीत की।
राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
–आईएएनएस
एससीएच/एबीएम
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पटना, 11 सितंबर (आईएएनएस)। ‘राधा अष्टमी’ के दिन बिहार की राजधानी पटना के इस्कॉन मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन हुआ। इसको लेकर आईएएनएस की टीम ने मंदिर में दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं से खास बातचीत की।
राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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पटना, 11 सितंबर (आईएएनएस)। ‘राधा अष्टमी’ के दिन बिहार की राजधानी पटना के इस्कॉन मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन हुआ। इसको लेकर आईएएनएस की टीम ने मंदिर में दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं से खास बातचीत की।
राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
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उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
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राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।
–आईएएनएस
एससीएच/एबीएम
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पटना, 11 सितंबर (आईएएनएस)। ‘राधा अष्टमी’ के दिन बिहार की राजधानी पटना के इस्कॉन मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन हुआ। इसको लेकर आईएएनएस की टीम ने मंदिर में दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं से खास बातचीत की।
राधा अष्टमी के खास दिन पटना के इस्कॉन मंदिर को फूलों से सजाया गया। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं। पूरे मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का माहौल है, जिसमें भक्त खुशी से झूम रहे हैं।
इस्कॉन मंदिर, पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान बताया, “देवी राधा रानी का आज आविर्भाव महोत्सव है, जिसको हम सभी लोग मना रहे हैं। जैसे भगवान श्री कृष्ण, जन्माष्टमी के दिन आते हैं, ठीक उसी तरह राधारानी आज के दिन आती हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्री कृष्ण की कोई भी लीला राधा रानी के बिना पूरा नहीं हो सकती है, वो भगवान की शक्ति हैं। आज का दिन बहुत ही खास है, राधा रानी की कृपा हम पर लगातार बनी रहती है, उनके बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते। आज के दिन राधा रानी को जो भी व्यक्ति अपनाएगा, उसका पूरा जीवन आनंद में रहेगा।
एक महिला भक्त ने कहा कि इससे पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी को हमने इस्कॉन में मनाया था, आज राधा रानी का आविर्भाव दिवस, जिसको हम सभी खुशी से मना रहे हैं। ब्रज की मालकिन के जन्मदिन पर सभी बहुत खुश हैं।
एक अन्य भक्त मानसी ने बताया कि राधा अष्टमी के दिन राधा रानी प्रकट हुई थी, ताकि पृथ्वी पर अपना लीला कर सकें। उन्होंने आगे कहा, भगवान की आराधना निस्वार्थ होकर करनी चाहिए। मैं यहां पर भागवत प्राप्ति के लिए आई थी और भगवान का दर्शन किया। इसके अलावा मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है।