पटना, 17 जनवरी (आईएएनएस)। रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव की टिप्पणी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है, जदयू और राजद ट्विटर वार में उलझे हुए हैं।
जद(यू) शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है, जबकि राजद उनका समर्थन कर रहा है। 11 जनवरी को शिक्षा मंत्री ने दावा किया था कि तुलसीदास द्वारा लिखित रामचरितमानस नफरत फैलाता है और समाज को विभाजित करता है।
चंद्रशेखर यादव ने तेजस्वी बिहार का नारा दिया है और इसे शिक्षा मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया है। जद(यू) एमएलसी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने ट्वीट का जवाब दिया: बढ़ता बिहार, नीतीश कुमार।
कुमार ने लालू-राबड़ी सरकार की शिक्षा स्थिति की तुलना नीतीश कुमार के शासन से की और 2005 से पहले और बाद में शिक्षा विभाग के डेटा अपलोड किए। कुमार ने कहा: ट्विटर का नहीं, काम का बिहार। शिक्षित कुमार, शिक्षित बिहार। 2021-22 के दौरान, शिक्षा विभाग को 2021-22 में राज्य के बजट का 19.3 प्रतिशत मिला, जबकि 2003-04 में यह 3.74 प्रतिशत था।
उन्होंने अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण के आधार पर शिक्षक छात्र अनुपात से संबंधित डेटा भी अपलोड किया: 1996 में, शिक्षक-छात्र अनुपात 1:90 था। 2005 में, यह 1:122 तक पहुंच गया और 2015-16 में, यह 1:36 हो गया। राष्ट्रीय शिक्षक-छात्र अनुपात 1:40 था।
–आईएएनएस
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