लखनऊ, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) में जल्द ही एक मल्टी आर्गन ट्रांसप्लांट (अस्थि मज्जा, यकृत और गुर्दा) सेंटर होगा। इस आशय का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। सेंटर में 35 बेड की सुविधा होगी।
सरकार से अगर मंजूरी मिल जाती है तो किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के बाद लीवर ट्रांसप्लांट करने वाला यह लखनऊ का तीसरा सरकारी संस्थान बन जाएगा।
आरएमएलआईएमएस के प्रवक्ता प्रोफेसर ए.के. जैन ने कहा, हमने सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है और मुख्यमंत्री ने भी एक छत के नीचे मल्टी आर्गन ट्रांसप्लांट सेंटर स्थापित करने में रुचि दिखाई है। इसे जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक की छठी और सातवीं मंजिल पर सेंटर बनाया जाएगा। इसके डिजाइन को मंजूरी मिल गई है। इन दो मंजिलों पर संचालित होने वाले पैथोलॉजी समेत अन्य विभागों को एकेडमिक ब्लॉक में शिफ्ट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संस्थान 2016 से पहले से ही गुर्दा प्रत्यारोपण कर रहा है, जबकि यकृत और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण की दो नई सुविधाएं अंतिम चरण में हैं।
अधिकारियों ने कहा कि इसमें गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) इकाई भी होगी, विभिन्न अंगों के प्रत्यारोपण के लिए अलग ओटी भी होंगे।
बोन मैरो ट्रांसप्लांट डायरेक्टर प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद और लिवर ट्रांसप्लांट हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. पीयूष उपाध्याय करेंगे। लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट में बच्चों और बुजुर्गों दोनों के अंगों का प्रत्यारोपण किया जाएगा।
–आईएएनएस
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