कोलकाता, 9 जनवरी (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कोलकाता की एक विशेष अदालत में राशन वितरण मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक से मिले कमीशन का विवरण पेश किया।
पश्चिम बंगाल के वर्तमान वन मंत्री और पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को पिछले साल अक्टूबर में राशन वितरण मामले में ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था।
ईडी के वकील द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कमीशन मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल में खाद्य अनाज मिल मालिकों से आया था, जिनके पास सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए उत्पादों की आपूर्ति करने का लाइसेंस था।
एजेंसी के अनुमान के अनुसार, प्रत्येक मिल मालिक को पीडीएस के लिए आपूर्ति किए गए प्रत्येक क्विंटल खाद्यान्न के लिए एक अनौपचारिक कमीशन का भुगतान करना पड़ता था, जिसका बड़ा हिस्सा गिरफ्तार मंत्री के निजी कोष में जाता था।
ईडी के मुताबिक, इस मामले की विस्तृत जानकारी एक डायरी में उपलब्ध है। घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने बताया, ”मल्लिक के करीबी विश्वासपात्र और राशन वितरण मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले कोलकाता के व्यवसायी बाकिबुर रहमान ने भी पूछताछ के दौरान इस कमीशन के बारे में कई बातें कबूल की हैं।
ईडी ने मामले के संबंध में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले रहमान, उसके बाद मल्लिक और अंत में 5 जनवरी को तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या को उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था।
केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, मल्लिक इस क्लेक्शन चेन में प्रमुख लाभार्थी थे और रहमान उनके बीच के मुख्य व्यक्ति थे। वहीं, शंकर आध्या आय को विदेशी मुद्रा में परिवर्तित करके और फिर इसे हवाला के माध्यम से विदेशी देशों, मुख्य रूप से दुबई में भेजने के लिए जिम्मेदार था।
–आईएएनएस
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