नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के शुक्रवार को राष्ट्रपति पर दिए विवादित बयान पर भारतीय जनता पार्टी नेता अर्जुन राम मेघवाल और संजय जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक तरफ अर्जुनराम मेघवाल ने जहां सोनिया गांधी की टिप्पणी को निंदनीय बताया, तो दूसरी ओर संजय जायसवाल ने राष्ट्रपति के अपमान को पूरे देश का अपमान बताते हुए पूरे देश से माफी मांगने की बात कही।
अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ‘सोनिया गांधी ने यह पहली बार नहीं बोला है। सोनिया गांधी जब एनएससी की चेयरमैन थीं, तब क्या राष्ट्रपति भाषण नहीं देते थे? भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति के बोलने पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की। राष्ट्रपति का सम्मान करना चाहिए। राष्ट्रपति के भाषण के बाद सोनिया गांधी ने जो टिप्पणी की है, मैं इसकी घोर निंदा करता हूं। अगर उन्हें विपक्षियों की कोई चीज पसंद नहीं है, तो संसद भवन में सकारात्मक आलोचना की जाती है, लेकिन राष्ट्रपति के लिए ऐसे शब्द निंदनीय हैं।”
भारतीय जनता पार्टी के नेता संजय जायसवाल ने कहा, “देश में लगातार चल रहे विकास कार्यों के खिलाफ बोलने के लिए सोनिया गांधी के पास शब्द नहीं हैं। इसलिए ऐसी बातें कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में इतना विकास कार्य किया है। राष्ट्रपति अभिभाषण में उन्हीं कार्यों के बारे में बताया जाता है। सोनिया गांधी की की मानसिकता है कि वह देश की महारानी हैं। इसके कारण उन्होंने घटिया सोच के साथ ऐसी टिप्पणी की है। उन्होंने देश की प्रथम नागरिक को अपमानित करने का काम किया है। यह पूरे देश का अपमान है। यदि कोई आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गई है तो उनसे यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है। राष्ट्रपति का अपमान पूरे देश का अपमान है। सोनिया गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।”
बता दें कि कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह अंत तक काफी थकी हुई नजर आ रही थीं। सोनिया गांधी ने कहा, “वह बेहद थकी हुई लग रही थीं और आखिर में बोलने में भी कठिनाई हो रही थी। बेचारी महिला।”
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के भाषण पर प्रतिक्रिया दी। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इसे उबाऊ करार दिया और कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं थी।
–आईएएनएस
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