कोलकाता, 22 अगस्त (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय ने मंगलवार को राष्ट्रीय गीत के अनुरूप एक राज्य गीत रखने का प्रस्ताव दिया।
उनका कहना है कि विभिन्न राज्यों के अपने-अपने राज्य गीत हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल में अभी भी कोई नहीं है। एक राष्ट्रीय गीत पूरे देश के लिए लागू होता है। अतः राज्य गीत उस राज्य के लिए लागू होता है। इसलिए अगर पश्चिम बंगाल का भी अपना एक राज्य गीत हो, तो यह बहुत अच्छा होगा।
जिन भारतीय राज्यों के पास पहले से ही अपने राज्य गीत हैं, उनमें गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, असम, बिहार, ओडिशा और तमिलनाडु समेत अन्य शामिल हैं।
स्पीकर का प्रस्ताव ऐसे समय आया है, जब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही मंगलवार को शुरू हुए विधानसभा के विस्तारित मानसून सत्र के दौरान ‘पोइला बोइशाख’ (बंगाल नववर्ष दिवस) को राज्य दिवस के रूप में मनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया है।
पश्चिम बंगाल राज्य दिवस पहचान समिति पहले ही इस संबंध में एक प्रस्ताव दे चुकी है, जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
राज्य मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि अब राष्ट्रीय गीत की तर्ज पर राजकीय गीत रखने के स्पीकर के प्रस्ताव पर भी सक्रियता से विचार किया जाएगा। शायद उस गीत की पहचान के लिए एक अलग समिति बनाने की जरूरत होगी, जिसे राज्य गीत के रूप में चुना जाएगा।
इससे पहले राज्यपाल सीवी. आनंद बोस ने 20 जून को गवर्नर हाउस परिसर में पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस मनाया था। इसके बाद राज्य सरकार और राजभवन के बीच तनातनी हो गई थी। इस घटनाक्रम की मुख्यमंत्री ने तीखी आलोचना की थी, और कहा कि वह इस संबंध में राज्यपाल के फैसले से स्तब्ध हैं।
–आईएएनएस
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