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Home राष्ट्रीय

राहुल का मोदी पर तंज, पीएम जानते हैं उनकी विचारधारा के कारण मणिपुर जल रहा है

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July 27, 2023
in राष्ट्रीय
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राहुल का मोदी पर तंज, पीएम जानते हैं उनकी विचारधारा के कारण मणिपुर जल रहा है
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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

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केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

एकेजे

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

एकेजे

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

एकेजे

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

एकेजे

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

–आईएएनएस

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बेंगलुरु, 27 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा पर चुप्पी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा के कारण पूर्वोत्तर का राज्य “जल रहा है”।

उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वे लोगों की दर्द और पीड़ा की परवाह किए बिना केवल सत्ता हासिल करना चाहते हैं।

केरल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बेंगलुरु में भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय युवा सम्मेलन ‘बेहतर भारत की बुनियाद’ को संबोधित करते हुए पूर्व लोकसभा सांसद ने कहा, ”आप सभी ने देखा है कि मणिपुर में क्या हुआ है और वहां क्या हो रहा है।” आपको आश्चर्य होगा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि जब कोई राज्‍य जल रहा हो तो देश के प्रधानमंत्री को बोलना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, “आपको महसूस हुआ होगा कि प्रधानमंत्री को इंफाल का दौरा करना चाहिए था और वहां के लोगों से मिलना चाहिए था। अगर पहले का कोई और प्रधानमंत्री होता तो वह लोगों से जरूर बात करता।”

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”आप सभी हैरान हैं कि प्रधानमंत्री मणिपुर का दौरा क्यों नहीं कर रहे हैं या इसके बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह कुछ चुनिंदा लोगों और आरएसएस के प्रधानमंत्री हैं।

“वह जानते हैं कि उनकी विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है। लेकिन मणिपुर के लोगों का दर्द और दु:ख वहां की महिलाओं पर लगा दाग मोदी को विचलित नहीं करता है।”

कांग्रेस नेता ने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि ये दोनों सत्ता हथियाना चाहते हैं और इन्हें लोगों के दु:ख-दर्द की कोई परवाह नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ आरएसएस और भाजपा की विचारधारा है और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है। विपक्ष में पार्टियां हैं, लेकिन लड़ाई कांग्रेस, और भाजपा तथा आरएसएस की विचारधाराओं के बीच है।

उन्‍होंने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा सभी को एक साथ लाने, प्यार फैलाने और असमान सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की है, जबकि भाजपा और आरएसएस चाहते हैं कि चुनिंदा लोग सरकार चलाएं और सारी संपत्ति बहुत कम लोगों के पास रहे, और सभी संस्थाएं कुछ लोगों के नियंत्रण में रहें, चाहे वह कुछ भी हो न्यायपालिका, चुनाव आयोग, स्कूल, कॉलेज या सेना।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्थाएं और देश हर जाति, धर्म के प्रत्येक व्यक्ति का है और सभी की रक्षा की जानी चाहिए, भाईचारा होना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा, “भाजपा और आरएसएस सत्ता चाहते हैं। सत्ता के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। वे किसी भी राज्य को जला सकते हैं चाहे वह मणिपुर हो या उत्‍तर प्रदेश, हरियाणा या पंजाब। उन्हें सत्ता चाहिए। वे दर्द से प्रभावित नहीं होते हैं और उन्हें केवल शक्ति की जरूरत है और यही लड़ाई है।”

जब केरल के वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेंगलुरु में युवा सम्मेलन में शामिल हुए, तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें भारत का अगला प्रधानमंत्री बताते हुए नारे लगाए।

कांग्रेस नेता फिलहाल अपने घुटने के इलाज के लिए केरल आर्य वैद्यशाला में हैं।

गांधी ने पिछले महीने भी दो दिन के लिए मणिपुर का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों और राहत शिविरों में शरण ले रहे लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की और पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील की।

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर की स्थिति पर बयान और संसद में राज्य के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी थीं और तब से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

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