गुवाहाटी, 22 जनवरी (आईएएनएस)। असम में विपक्षी दलों के गठबंधन यूनाइटेड अपोजिशन फोरम (यूओएफ) ने सोमवार को राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में “विफलता” का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के इस्तीफे की मांग की। यूओएफ ने यह भी पूछा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में शांतिपूर्वक चल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कांग्रेस नेताओं पर कथित हमलों के पीछे वजह क्या है?
यूओएफ के महासचिव और असम जातीय परिषद के नेता लुरिनज्योति गोगोई ने रायजोर दल के प्रमुख अखिल गोगोई के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा, “सरमा को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि वह कानून व्यवस्था संभालने में विफल हैं। देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता, जो हमारे राज्य में अतिथि बनकर आए, उनके काफिले पर हमला करना और पोस्टर फाड़ा जाना कायरता है और शर्मनाक भी।”
विपक्षी नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी के काफिले पर भाजपा के बुलाए “भाड़े के गुंडों” ने हमला किया। भगवा गमछाधारी इन गुंडों ने रविवार को सोनितपुर जिले में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की कार पर “पत्थर फेंके” और असम इकाई के कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा को “घायल” कर दिया।
उन्होंने कहा : “भले ही हम मान लें कि मुख्यमंत्री ने इन हमलावरों को नहीं उकसाया, मगर यह स्पष्ट रूप से कानून व्यवस्था बनाए रखने में उनकी नाकामी को दर्शाता है।”
विपक्षी नेताओं ने यह भी कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर हमलों ने आतिथ्य सत्कार के लिए जाने जाने वाले राज्य को बदनाम किया और विपक्षी नेताओं व नागरिकों की रक्षा करने में सरमा की असमर्थता को उजागर किया।
यूओएफ के नेताओं ने कहा कि सरमा को अपनी विफलता स्वीकार करनी चाहिए और तुरंत अपना इस्तीफा देना चाहिए।
–आईएएनएस
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