रायबरेली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से जब पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने मीडिया पर ही सवाल उठा दिया।
उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं, लेकिन मैं यहां इस मामले (दलित युवक की हत्या) में आया हूं और मैं जानता हूं कि आप लोग इस मामले को उठाना नहीं चाहते, बल्कि ध्यान भटकाना चाहते हैं, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।”
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी दलित युवक अर्जुन (25) की हत्या को लेकर व्याप्त आक्रोश के बीच मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली पहुंचे। यहीं उनसे जब पश्चिम बंगाल आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में सवाल किया गया, तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए सवाल को ही टाल दिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल के ‘ध्यान भटकाने’ के आरोप पर तुरंत पलटवार किया और पूछा कि क्या बेटी के लिए न्याय की मांग करना कांग्रेस सांसद के लिए ध्यान भटकाने वाली बात है।
शहजाद पूनावाला ने एक्स पर लिखा, “आरजी कर मेडिकल मामले और सुप्रीम कोर्ट द्वारा बंगाल सरकार और पुलिस की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी बेशर्मी से कहते हैं कि मेरा ध्यान नहीं भटकेगा। क्या बेटी के लिए न्याय एक ध्यान भटकाने वाली बात है? जो लोग संविधान, लड़की हूं लड़ सकती हूं की बात करते हैं और यूपी में पीड़ितों के घर जाते हैं, वे एक गंभीर अन्याय को “ध्यान भटकाने वाली बात” कहते हैं। यह पीड़िता और सभी महिलाओं का अपमान है।”
बता दें कि मंगलवार को पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। इसमें 9 डॉक्टर और केंद्र सरकार के पांच अधिकारियों को शामिल किया गया है।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को गुरुवार तक मामले में स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल करने को कहा है। कोर्ट ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह महज डॉक्टरों का ही नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है। देश एक और रेप का इंतजार नहीं कर सकता।
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। इस वीभत्स घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है।
उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मामले में शामिल आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है, लेकिन पीड़िता के पिता का आरोप है कि मुख्यमंत्री घटना को लेकर आक्रोशित लोगों को दबाने का प्रयास कर रही हैं।
–आईएएनएस
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