नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में कोलंबिया यात्रा के दौरान भारत के लोकतंत्र को खतरे में बताया था। उनके बयान पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी कड़ी में कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।
उन्होंने राहुल गांधी के बयान को भारत विरोधी करार देते हुए कहा, “लोकतंत्र का दुर्भाग्य है कि राहुल गांधी जैसे नेता विपक्ष के नेता बन बैठे हैं। विपक्षी दलों ने उन्हें अपना नेता स्वीकार किया, लेकिन वह बार-बार विदेश जाकर भारत का अपमान करते हैं। कभी-कभी लगता है कि उनके भीतर भारत विरोधी आत्मा बस चुकी है। यह उनकी आदत और फितरत बन गई है।”
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी विदेशों में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाकर तालियां बटोरना चाहते हैं, जो विपक्ष के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने विपक्ष की तुलना ‘रावण’ से करते हुए कहा, “रावण न दिल्ली में है, न मुंबई में, न हरियाणा में, न उत्तर प्रदेश में। रावण तो विपक्ष की आत्माओं में बस चुका है। आज विपक्ष के आचरण और विचार रावण जैसे हो गए हैं।”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सुझाव दिया कि यदि देश को मजबूत करना है, तो विपक्ष को भारत की संस्कृति और सभ्यता के साथ खड़ा होना होगा। मैं विपक्ष से अपील करता हूं कि वो ‘मोदी विरोध’ की राजनीति छोड़कर राष्ट्रहित में काम करें। विपक्ष भारत विरोधी बयानों से बचे और राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखे।
आचार्य प्रमोद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक स्वीकार्यता का जिक्र करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया पीएम मोदी के नेतृत्व को स्वीकार कर रही है और भारत की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है। ऐसे समय में विपक्ष के नेताओं को ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के साथ भारत की संस्कृति को अपनाकर देश को मजबूत करने में योगदान देना चाहिए।”
पाकिस्तान के प्रति भी आचार्य प्रमोद ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान कभी भारत का भला नहीं चाहता। हमने हमेशा उदारता दिखाई, लेकिन पाकिस्तान ने पीठ में खंजर घोंपने का काम किया। वह कुत्ते की पूंछ की तरह है, जो कभी सीधी नहीं हो सकती।”
–आईएएनएस
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