भागलपुर, 15 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संबंध में कहा कि वह देश के सबसे बड़े आतंकी हैं। अगर किसी एजेंसी को किसी के खिलाफ सबसे पहले कार्रवाई करनी चाहिए, तो वो राहुल गांधी हैं। वह देश के लिए खतरा बन चुके हैं। उन पर शिकंजा कसना जरूरी है।
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी का भारत से कोई लेना देना नहीं है। उनकी परवरिश भी विदेश में हुई है। उनके रिश्तेदार भी विदेश में रहते हैं। मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि उनका भारत के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। वह महज गरीबों के घर फोटो खिंचवाने के लिए जाते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्हें गरीबों के हितों से कोई लेना देना नहीं है।”
उन्होंने कहा, “यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को देश से कोई लेना देना नहीं है, इसलिए वो देश से जुड़ी चीजों को लेकर उल्टा पुल्टा बयान देते हैं, जिसे कोई भी भारतवासी किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकता है। वो कभी जाति की बात करते हैं, तो कभी ओबीसी की, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्हें समाज के किसी भी वर्ग से कोई सरोकार नहीं है। उन्हें सिर्फ अपनी राजनीति से लेना देना है।”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी रिक्शा वाले के पास जाते हैं, लेकिन उन्हें यह समझ नहीं है और ना ही वह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर रिक्शे वाले का दर्द क्या है? विपक्ष के नेता कहीं पर भी कभी-भी फोटो खिंचवाने चले जाते हैं। वो ऐसा करके गरीबों का मजाक बनाते हैं, जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं। राहुल को अपनी यह प्रवृत्ति बदलनी होगी।”
उन्होंने राहुल गांधी द्वारा सिख समुदाय के संदर्भ में अमेरिका में दिए बयान का भी जिक्र किया। बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा कि भारत में सिखों को अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने से रोका जा रहा है, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भारत में सिखों को किसी भी प्रकार से उनकी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने से नहीं रोका जा रहा है।
उन्होंने कहा, ” ना ही मुझे पगड़ी पहनने से रोका जा रहा है और ना ही मुझे कड़ा पहनने से, जिस दिन मुझे ऐसा करने रोका जाएगा, उस दिन मैं खुद ही बीजेपी से इस्तीफा दे दूंगा।“
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में अपने अमेरिकी दौरे के दौरान सिख समुदाय को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया था, जिसके चलते उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा था कि भारत में सिख समुदाय से जुड़े लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की आजादी नहीं है, ना ही उन्हें पगड़ी पहनने दिया जा रहा है और ना ही गुरुद्वारे में जाने दिया जा रहा है। राहुल के इस बयान का बीजेपी ने खंडन करते हुए कहा कि इसमें तनिक भी सत्यता नहीं है। भारत में धर्मों के लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की पूरी आजादी है।
–आईएएनएस
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