नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जो 7 से 11 सितंबर तक तीन यूरोपीय देशों की अपनी यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए तैयार हैं, 10 सितंबर को नीदरलैंड के लीडेन विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक, राहुल गांधी ‘दुनिया में भारत’ विषय पर एक व्याख्यान कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वहां राहुल गांधी और सैम पित्रोदा के बीच बातचीत होगी।
नीदरलैंड के विजनहेवन में कांग्रेस नेताओं के अलावा प्रोफेसर जीन मिफसूद बोनीसी भी मौजूद रहेंगे।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष 6 सितंबर को तीन यूरोपीय देशों की अपनी यात्रा शुरू करेंगे और कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिसमें यूरोपीय संघ संसद का दौरा और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत शामिल है।
एक सूत्र ने कहा, “राहुल गांधी 6 सितंबर को बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स पहुंचेंगे और 7 और 8 सितंबर को वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, जिसमें यूरोपीय संसद का दौरा और भारतीय प्रवासियों के साथ उनकी मुलाकात शामिल है।”
राहुल गांधी फ्रांस, बेल्जियम के ब्रुसेल्स और नॉर्वे के ओस्लो का दौरा करेंगे।
9 सितंबर को राहुल गांधी दोपहर 3 बजे पेरिस पहुंचेंगे और शाम को 5 बजे शाम वह यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
उसी दिन कांग्रेस नेता एक रात्रिभोज कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
राहुल गांधी 9 सितंबर को नाश्ते में भी शामिल होंगे, जिसके बाद फ्रांस की संसद के अंदर या बाहर फ्रांस के सांसदों, दोस्तों के साथ बैठक करेंगे।
उन्होंने कहा कि फ्रांस के श्रमिक संघ के साथ बैठक के लिए आगे बढ़ने से पहले वह दोपहर में एशियाई देशों के लोगों के साथ दोपहर का भोजन भी करेंगे।
फ्रांस में व्यस्त कार्यक्रम के अलावा, राहुल गांधी पेरिस में 300 से 400 भारतीय प्रवासियों के साथ बैठक में भाग लेंगे और फिर अगले दिन ओस्लो के लिए रवाना होंगे।
4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2019 मोदी उपनाम टिप्पणी मानहानि मामले में दोषसिद्धि पर रोक के बाद लोकसभा द्वारा उनकी सदस्यता बहाल किए जाने के बाद राहुल गांधी की भारत के बाहर यह पहली यात्रा है।
इस साल की शुरुआत में वह अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे, जहां उन्होंने भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान कार्यक्रम में भाग लिया और सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में भी गए।
इसी साल मार्च में उन्होंने यूके का दौरा भी किया था और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।
अमेरिका और ब्रिटेन में उनके बयानों पर भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आईं।
–आईएएनएस
एसजीके