कोलकाता, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। हुगली में रिशड़ा रेलवे स्टेशन के पास भड़की ताजा हिंसा के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस दार्जिलिंग में जी 20 में अपने दो दिवसीय कार्यक्रम में कटौती कर कोलकाता लौट रहे हैं।
हालांकि, राजभवन ने राज्यपाल के फैसले के पीछे कोई विशेष कारण नहीं बताया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि घटनाओं के क्रम से यह स्पष्ट है कि रिशड़ा हिंसा जारी रहने के कारण राज्यपाल को अपनी यात्रा कम करनी पड़ी।
प्रारंभिक कार्यक्रम के अनुसार, राज्यपाल को 6 अप्रैल को कोलकाता लौटना था।
2 अप्रैल को, रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई झड़पों के बाद रिशड़ा क्षेत्र के कई इलाके युद्ध के मैदान में बदल गए। हालांकि दिन भर इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही, सोमवार देर शाम तक ताजा झड़प की कोई खबर नहीं थीञ सोमवार को रिशड़ा रेलवे स्टेशन के पास स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई, जब लोगों के एक समूह ने स्टेशन के पास रेलवे फाटक पर देसी बम फेंकना शुरू कर दिया।
हालांकि मंगलवार सुबह से इलाके से किसी तरह की झड़प की कोई खबर नहीं आई है, लेकिन इलाके में पुलिस की बड़ी टुकड़ी लगातार गश्त कर रही है और स्थिति तनावपूर्ण है। चंद्रनगर सिटी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
इलाके के अशांत इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई है और इंटरनेट सेवाएं अब भी निलंबित हैं। इलाके की ज्यादातर दुकानें बंद हैं।
इस बीच, राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा के समुद्री रिसॉर्ट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राजनीतिक कार्यक्रम की खिल्ली उड़ाई है.
उन्होंने बताया कि रिशड़ा में सोमवार की रात हिंसा तब हुई जब उस समय वहां कोई जुलूस नहीं निकाला जा रहा था। अधिकारी ने एक ट्विटर संदेश में कहा, यह सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है। पश्चिम बंगाल के शांतिप्रिय लोगों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती ही एकमात्र समाधान है।
मुख्यमंत्री ने छह अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है।
–आईएएनएस
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