नई दिल्ली, 13 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चौथे चरण का मतदान जारी है। ऐसे में बचे तीन चरणों के चुनाव ने भी तेजी पकड़ ली है। पीएम मोदी लगातार रैलियां कर रहे हैं।
पीएम मोदी रविवार को पश्चिम बंगाल में एक रैली को संबोधित कर रहे थे तो उन्हें ‘मदर्स डे’ पर एक अनोखा तोहफा भीड़ में खड़े युवा से मिला, जो हाथ में उनकी मां हीराबा की पेंटिंग लिए खड़ा था। पीएम ने वह तस्वीर अपने पास मंगवा ली।
पीएम मोदी तीसरी बार अपने सरकार के गठन के लिए जनता के सामने जाकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन, इस बार उनके अभी तक के राजनीतिक जीवन में एक बदलाव आया है।
दरअसल, पीएम मोदी जिनका आशीर्वाद लेकर अपने काम की शुरुआत करते थे, वह हीराबा यानी उनकी मां का देहांत पिछले साल 30 दिसंबर को हो गया। अब ऐसे में पीएम मोदी भी इस खालीपन को महसूस करते हैं।
ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मोदी आर्काइव हैंडल पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है। जिसे पढ़कर आपको अंदाजा हो जाएगा कि पीएम मोदी का अपनी मां के प्रति कैसा लगाव था और साथ ही उनके अंदर जो यह करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की सोच आई है, वह कहां से आई है।
इस पोस्ट को देखकर साफ पता चल रहा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने से पहले, वह अपनी मां हीराबा से आशीर्वाद लेने के लिए गए थे। उसी परंपरा का उन्होंने बाद के सभी चुनावी जीतों में ईमानदारी से पालन किया।
इस पोस्ट में एक अखबार की कटिंग लगी हुई है, जिसमें लिखा गया है कि जब नरेंद्र मोदी के बारे में उनकी मां हीराबा को पता चला कि उनका बेटा गुजरात का मुख्यमंत्री बन गया है तो वह भावुक हो गईं।
नरेंद्र मोदी जब अपनी मां से मिलने पहुंचे तो वह भावुक थीं। हीराबा नरेंद्र मोदी से बस इतना ही कह पाईं, ”बेटा, तुम्हें जो सही लगे वह करो, लेकिन, रिश्वत कभी मत लेना।” यह बात अक्टूबर 2001 की है, जब नरेंद्र मोदी पहली बार गुजरात के सीएम बने थे।
यह 2024 के आम चुनाव का समय है और ऐसा पहली बार है, जब पीएम नरेंद्र मोदी के पास उनकी प्यारी मां हीराबा नहीं हैं।
–आईएएनएस
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