रीवा देशबन्धु. नए वर्ष के पहले दिन ही लोकायुक्त रीवा की टीम ने शिक्षा विभाग के लेखापाल को 50 हजार कैश और 5.40 लाख का चेक के रूप में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपी प्रभारी लेखापाल बीईओ कार्यालय मऊगंज में अपने कक्ष में रिश्वत ले रहा था. सेवा निवृत्ति शिक्षक से एरियर्स एवं अर्जित अवकाश की राशि का भुगतान करने के लिये रिश्वत की मांग की थी. आरोपी लेखापाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मऊगंज जिले के सीएम राइज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 एवं लेखापाल विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय मऊगंज द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी. शिकायतकर्ता रामनिहोर साकेत सेवानिवृत्ति प्राधानाध्यापक चक्र भाटी मोहल्ला मऊगंज द्वारा लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत की गई थी कि प्रभारी लेखापाल राजाराम गुप्ता द्वारा एरियर्स एवं अर्जित अवकाश की राशि 12 लाख 70 हजार का भुगतान करने के लिये 50 प्रतिशत की राशि 6 लाख 20 हजार रिश्वत की मांग की गई है और जमानत के तौर पर चेक व फोन-पे के माध्यम से आरोपी द्वारा बैंक खाते में 25 हजार एवं 5 हजार लेने की बाद शेष राशि की मांग की जा रही है.
शिकायत के बाद लोकायुक्त प्रभारी एसपी योगेश्वर शर्मा द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया और शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद आरोपी को रंगे हाथ पकडऩे के लिये टीम बनाई गई. बुधवार को आरोपी प्रभारी लेखापाल राजाराम गुप्ता को 50 हजार नगद व 5 लाख 40 हजार का चेक सहित र्ट्रेप किया गया. आरोपी बीईओ कार्यालय के अपने कक्ष में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम कर जांच की जा रही है. कार्यवाही का नेतृत्व डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार ने किया. साथ में 12 सदस्यीय टीम मौजूद रही.
आरोपी के खिलाफ दर्ज किया गया प्रकरण
डीएसपी लोकायुक्त प्रवीण सिंह परिहार ने बताया कि बीईओ कार्यालय में पदस्थ प्रभारी लेखापाल को बुधवार की दोपहर 50 हजार नगद और 5.40 लाख का चेक रिश्वत के रूप में लेते हुए पकड़ा गया है. एरियर्स एवं अवकाश अर्जित राशि का भुगतान करने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण कायम किया गया है.