नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड और गुजरात खनिज विकास निगम (जीएमडीसी) ने मंगलवार को ओडिशा में स्थित सखीगोपाल बी कांकीली और बैतरणी पश्चिम कोयला खदानों के लिए सफल बोली लगाई।
जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड और गुजरात खनिज विकास निगम (जीएमडीसी) ने मंगलवार को ओडिशा में स्थित सखीगोपाल बी कांकीली और बैतरणी पश्चिम कोयला खदानों के लिए सफल बोली लगाई।
जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
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दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
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दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड और गुजरात खनिज विकास निगम (जीएमडीसी) ने मंगलवार को ओडिशा में स्थित सखीगोपाल बी कांकीली और बैतरणी पश्चिम कोयला खदानों के लिए सफल बोली लगाई।
जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
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जहां सखीगोपाल बी कांकिली के पास 500 मिलियन टन कोयले का भंडार है, वहीं बैतरणी वेस्ट के पास 1,152 मिलियन टन कोयले का भंडार है।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए नीलामी शुरू की थी। इन खदानों के लिए नीलामी 27 फरवरी को शुरू हुई थी और मंगलवार को नीलामी का आठवां दिन था। दोनों खदानों को मंगलवार को नीलामी के लिए रखा गया था।
दो कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। चालू होने पर इन कोयला खदानों से 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न होगा (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकिली कोयला खदान को छोड़कर)।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ये भंडार 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को आकर्षित करेंगे और 20,280 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।