मॉस्को, 23 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से रूस के साथ खड़े होने का आग्रह करते हुए शनिवार को मॉस्को के पास एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए कायरतापूर्ण हमले के अपराधियों को सजा दिलाने करने का वादा किया। हमले में 143 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
71 वर्षीय राष्ट्रपति ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि हमले में सीधे तौर पर शामिल चार बंदूकधारी यूक्रेन से सटी रूस की सीमा की ओर बढ़ रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा, “हम इस आतंकवादी हमले की जांच करवाएंगे और हमारे पास पहले से ही कुछ नतीजे हैं। लोगों को गोली मारने में सीधे तौर पर शामिल सभी चार अपराधियों का पता लगा लिया गया है और उन्हें पकड़ लिया गया है।”
पुतिन ने कहा, “उन्होंने भागने की कोशिश की… वे यूक्रेन की सीमा की ओर बढ़ रहे थे और हमारे पास डेटा है, जो बताता है कि वे यूक्रेन के क्षेत्र में जाने वाले थे। हमारे जांचकर्ता इस हमले के साजिशकर्ताओं का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।”
रूसी पुलिस की हिरासत में 11 संदिग्ध हैं, जिनमें वे चार बंदूकधारी भी शामिल हैं, जो इस जघन्य हमले को अंजाम देने में सीधे तौर पर शामिल थे।
इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसके लड़ाकों ने मॉस्को के बाहरी इलाके में एक बड़ी सभा” पर हमला किया और सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, “हम जानते हैं कि आतंकी खतरे का क्या मतलब है, यह रूस के खिलाफ हमला है और हम उम्मीद करते हैं कि हमारे दर्द को साझा करने वाले अन्य देश हमारे साथ सहयोग करेंगे।”
हाल ही में दोबारा चुने गए पुतिन ने कहा, “हम इस आम दुश्मन के खिलाफ एकजुट रहेंगे, इन आतंकवादियों की कोई राष्ट्रीयता नहीं है और उनके लिए केवल एक ही भविष्य है – प्रतिशोध।”
पुतिन ने कहा, ”फिलहाल हमारा साझा कर्तव्य एक साथ खड़ा होना, एकजुट रहना है… और मेरा मानना है कि अगर हम एक साथ खड़े हैं, तो कोई हमें विभाजित नहीं कर सकता, कोई भी हमारी आम ताकत को कमजोर नहीं कर सकता।” उन्होंने कहा कि रूस को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इसका इतिहास हमेशा मजबूती से सामने आया है।
इससे पहले रूसी सुरक्षा एजेंसी – संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने कहा था कि हमलावर सीमा की ओर गाड़ी चला रहे थे।
एफएसबी ने कहा, “आतंकवादी हमले को अंजाम देने के बाद अपराधियों का इरादा रूसी-यूक्रेनी सीमा पार करने का था और उनके यूक्रेनी लोगों से उचित संपर्क थे।”
कीव ने कथित तौर पर कहा कि उसका इस हमले से “कोई लेना-देना नहीं” है। उसने हमले को रूसी “उकसावे” का नतीजा बताया और यह दावा किया कि इसके पीछे मॉस्को की विशेष सेवाएं थीं।
–आईएएनएस
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