भोपाल, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्र और मध्य प्रदेश की सरकार की विभिन्न योजनाओं को रेवड़ी करार दिए जाने पर केंद्रीय राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा है कि यह रेवड़ी नहीं है बल्कि सामाजिक कल्याण की योजनाएं है।
पटेल ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की लाडली लक्ष्मी, लाडली बहना योजना हो या केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण हो या प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, इनके माध्यम से सरकार ने महिला सशक्तीकरण के संकल्प को चरितार्थ किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी हमारी सरकार की शौचालय निर्माण योजना और जल जीवन मिशन का असेसमेंट कर तारीफ की है।
उन्होंने आगे कहा, मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार की सभी योजनाओं का सामाजिक प्रभाव है। सभी योजनाएं लोगों के कल्याण के लिए हैं, रेवड़ी बांटो योजनाएं नहीं हैं। भाजपा सरकार में कोई भी ऐसा वर्ग नहीं जो विकास से अछूता रहा हो, हर योजना का जमीन पर असर है। सरकार की इन योजनाओं का इंपैक्ट एसेसमेंट या थर्ड पार्टी एसेसमेंट कराने को भाजपा तैयार है।
पटेल ने कहा, भाजपा सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं से जन सामान्य का जीवन स्तर सुधरा है। शौचालय बनने से स्वच्छता और स्वच्छता से स्वास्थ्य सुधरा है। उज्जवला योजना के माध्यम से घरेलू गैस कनेक्शन और सब्सिडी से महिलाओं को धुएं से निजात मिली है और उनका स्वास्थ्य सुधरा है।
उच्चतम न्यायालय की तरफ से चुनाव के दौरान की जा रही घोषणाओं को लेकर किए गए हस्तक्षेप पर केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि चुनावी राजनीति में जिस प्रकार से सरकारी धन के बारे में दुरूपयोग की चर्चाएं होती हैं, उस पर एक विमर्श होना चाहिए। अगर न्यायपालिका इस संवाद को शुरू करती है तो आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था व उसकी प्रगति की गति और बेहतर होगी।
केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि ओबीसी समुदाय को प्रताड़ित करने वाली कांग्रेस आज ओबीसी का राग अलाप रही है। कांग्रेस ने जितने वर्ष देश में राज किया, उससे भी कम समय से भाजपा सरकार में हैं, फिर भी हमारी पार्टी ने जितना काम ओबीसी समुदाय के लिए किया, उतना कांग्रेस कभी नहीं कर पाई। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश को एक भी ओबीसी मुख्यमंत्री नहीं दिया, जबकि भाजपा ने ओबीसी वर्ग से उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाकर हैट्रिक लगाई है।
–आईएएनएस
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